शोपियां में लश्कर के तीन आतंकियों को ढेर कर भारत ने चुकता किया पुराना हिसाब! जानें मारे गए आतंकियों का खूंखार इतिहास

मंगलवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम के बीच मुठभेड़ हो गई। सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दहशतगर्दों को घेरा।;

Update: 2025-05-13 10:41 GMT

जम्मू। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सुरक्षाबलों को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है। सेना ने मंगलवार को शोपियां में बड़ा अभियान चलाया, जिसमें उन्हें सफलता मिली।

मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर

जानकारी के मुताबिक, पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने लगातार अभियान चलाया हुआ है। इसी अभियान के तहत कश्मीर के शोपियां के शुकरू केलर इलाके में आतंकियों की तलाश की जा रही थी। इस दौरान मंगलवार की सुबह आतंकवादियों और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम के बीच मुठभेड़ हो गई। सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दहशतगर्दों को घेरा। इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग हुई। सुरक्षाबलों ने पहले मुठभेड़ में एक आतंकी को ढेर कर दिया। इसके कुछ समय बाद ही दो और आतंकियों को भी मार गिराने में सफलता हासिल की है। हालांकि, मारे गए इन आतंकियों में पहलगाम हमला करने वाले आतंकी शामिल नहीं हैं। जानकारी के मुताबिक इनमें से दो आतंकियों की पहचान हो चुकी है, जबकि तीसरे की खोज जारी है।

कौन थे मारे गए आतंकी?

पहला आतंकी शोपियां जिले का निवासी शाहिद कुट्टे मार्च 2023 में लश्कर-ए-तैयबा (श्रेणी-A) में शामिल हुआ। वह कई आतंकी वारदातों में शामिल रहा है। साल 2024 को डैनिश रिसॉर्ट पर आतंकवादी शाहिद कुट्टे ने फायरिंग कर एक ड्राइवर और दो जर्मन पर्यटकों को घायल कर दिया। इसके अलावा, 18 मई 2024 को बीजेपी सरपंच की हत्या और 3 फरवरी 2025 को TA जवान की हत्या में भी संदिग्ध था।

वहीं, दूसरा आतंकी अदनान शफी डार लश्कर-ए-तैयबा के श्रेणी-C का आतंकी था। इसने साल 2024 में वाची इलाके में एक गैर-स्थानीय मजदूर की हत्या की थी। इस मुठभेड़ में वह मारा गया है। इसके अलावा, तीसरे आतंकी की पहचान जारी है और इलाके में तलाशी अभियान अब भी चल रहा है।

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