ईरान का बड़ा दावा: खामेनेई को मारना चाहता था इजरायल, दोनों देशों में फोर्डो से गायब 400 KG एनरिच यूरेनियम पर घमासान शुरू
ईरान के पास करीब 408 किलोग्राम हाई-ग्रेड यूरेनियम मौजूद है, जो हथियार बनाने के लिए काफी है और हाल ही में फोर्डो केंद्र में मौजूद नहीं था।;
नई दिल्ली। इजरायल और ईरान के बीच संबंध अभी भी तनावपूर्ण बने हैं। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा है कि ईरान को कहा जाएगा कि वह खतरनाक स्तर तक एनरिच किए गए यूरेनियम को लौटा दे।
ये वही यूरेनियम है जिससे परमाणु बम बनाया जाता है। काट्ज ने साफ कहा कि अमेरिका और इजरायल की ओर से ईरान को संयुक्त रूप से यह संदेश दिया गया है कि उसे अपना एनरिच यूरेनियम सौंपना होगा।
ईरान के पास कोई परमाणु बम नहीं
बता दें कि काट्ज ने एक इंटरव्यू में कहा कि इजरायल ने हाल ही में ईरान पर जो हमले किए हैं, उनका मकसद उसकी परमाणु क्षमता को कमजोर करना था।
उन्होंने दावा किया कि अब ईरान के पास ऐसा कोई तरीका नहीं बचा है। जिससे वह यूरेनियम को परमाणु बम के लिए ठोस रूप में बदल सके,
क्योंकि उस ट्रांसफर फैसिलिटी को भी नष्ट कर दिया गया है।
क्या ईरान कर रहा परमाणु तैयारी
जानकारी के मुताबिक रक्षा मंत्री काट्ज ने यह भी माना कि इजरायल को इस बात की जानकारी नहीं है कि ईरान ने अपना पूरा एनरिच यूरेनियम कहां छिपा रखा है।
इससे यह चिंता और बढ़ गई है कि ईरान कहीं गुप्त रूप से अपनी परमाणु तैयारी तो नहीं कर रहा।
बता दें कि यूरोप के खुफिया विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान के मुख्य परमाणु केंद्रों पर हुए अमेरिकी हमलों के बावजूद उसका संवर्धित यूरेनियम भंडार अब भी काफी हद तक सुरक्षित है।
रिपोर्ट में बताया गया कि फोर्डो के पास अमेरिकी हमले से पहले ट्रकों की हलचल देखी गई थी, जिससे शक है कि ईरान ने यूरेनियम पहले ही वहां से हटा लिया था।
यूरोपीय देशों का यह भी मानना है कि ईरान के पास करीब 408 किलोग्राम हाई-ग्रेड यूरेनियम मौजूद है, जो हथियार बनाने के लिए काफी है और हाल ही में फोर्डो केंद्र में मौजूद नहीं था।
खामेनेई को मारने की थी योजना
काट्ज ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि ईरान से हालिया संघर्ष के दौरान इजरायली सेना की योजना ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को मारने की थी।
हालांकि उन्होंने यह भी माना कि युद्ध के दौरान ऐसा कोई अवसर नहीं मिला जिससे इस योजना को अंजाम दिया जा सके।