जडेजा और वॉशिंगटन को नहीं मिली कोई मदद...टेस्ट में वेस्टइंडीज को मात देने के बाद हेड कोच गौतम गंभीर इस बात को लेकर हुए निराश
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने टेस्ट मुकाबले के दो मैचों की सीरीज में वेस्टइंडीज को 7 विकेट से मात दिया है। हालांकि भारतीय टीम ने पांचवें दिन यह मैच जीता। टीम इंडिया की जीत के बाद हेड कोच गौतम गंभीर ने दिल्ली की पिच पर सवाल उठाए। गंभीर ने दिल्ली की पिच को लेकर निराशा जताई। टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से जीतने के बाद कहा कि मेरा मानना है कि हमें यहां एक बेहतर पिच मिल सकती थी।
हमें पांचवें दिन मैच का रिजल्ट मिला
वहीं गंभीर ने कहा कि हमें पांचवें दिन मैच का रिजल्ट मिला, लेकिन मुझे लगता है कि बल्ले का किनारा लेने के बाद गेंद विकेटकीपर या स्लिप के क्षेत्ररक्षकों तक पहुंचनी चाहिए थी। हालांकि गंभीर ने कहा कि पिच में थोड़ी गति और उछाल होनी चाहिए। लेकिन यहां की पिच में ऐसा कुछ भी नहीं था, यह निराशाजनक है। उन्होंने आगे कहा कि हम भविष्य में बेहतर पिचों का इस्तेमाल कर सकते है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट को बचाये रखने की जिम्मेदारी हम सभी की है।
दिल्ली में पिच स्पिनर्स के लिए मददगार रहती है
गंभीर ने बुमराह और सिराज पर जोर देते हुए कहा कि मैं जानता हूं कि हम स्पिनरों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बात करते रहते हैं, लेकिन जब आपके पास दो शानदार तेज गेंदबाज हों तो आप चाहते हैं कि वे मैच में अहम योगदान दें। वहीं आमतौर पर दिल्ली में पिच स्पिनर्स के लिए मददगार रहती है, लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ यहां रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को कोई मदद नहीं मिली। स्पिनरों की धीमी गेंदों को बल्लेबाज आसानी से बैकफुट पर खेल रहे थे।
पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार साबित हुई
दिल्ली की पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार साबित हुई। टीम इंडिया ने पहली पारी 518 रनों पर घोषित की। इसके बाद कुलदीप यादव ने पंजा खोला और वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में 248 रन ही बना पाई। भारत ने फॉलोऑन दिया। इसके बाद वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 390 रन बना डाले और भारत को 121 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे टीम इंडिया ने पांचवें दिन पहले सेशन में 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।