Kartik Special: आज का दिन है खास भगवान विष्णु को ऐसे मनाएं...जानें जगतपालन कर्ता को मनाने के तरीके
कार्तिक पावन मास की शुरूआत हो चुकी है। कार्तिक मास और भगवान विष्णु का सबंध एक दूसरे पूरक हैं। ऐसे में आज के दिन भगवान नारायण की आराधना करना परम कल्याणकारी है। गुरुवार का दिन भगवान नारायण को ही समर्पित होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मनुष्य के जीवन में सुख और समृद्धि की वृद्धि होती है।
भगवान विष्णु के व्रत के नियम
आज के दिन सुबह स्नान करने के बाद पीले वस्त्र धारण करें। व्रत करने से पहले आप संकल्प लें कि कितने व्रत आप रख रहे हैं। आमतौर पर लोग 16 गुरुवार तक व्रत रखने के बाद उद्यापन करते हैं। एक लोटे में स्वच्छ जल भरें और उसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाकर साथ में तुलसी भी रख दें। क्योंकि तुलसी के पत्तों के बिना भगवान विष्णु की पूजा अधूरी मानी जाती है। उसके बाद भगवान विष्णु को केला, हल्दी, चना दाल, पीले फूल,गुड़ और मुन्नका का भोग लगाएं। व्रत कथा सुनने के बाद सभी घर के सदस्यों में प्रसाद बांटें। बता दें कि इस दिन व्रतधारी को पीले भोजन का सेवन करना चाहिए लेकिन आपका आहार बिना नमक का होना चाहिए। इस दिन पीली वस्तुओं के दान से जीवन में शुभता आती है।
केले के पेड़ की करें पूजा
ऐसी मान्यता है कि केले के पत्ते में भगवान विष्णु का वास होता है। इसी वजह से गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा की जाती है। पूजा करने के लिए आसन पर बैठ जाएं और भगवान विष्णु के आगे दीप जलाएं और हाथ में तुलसी लेकर विष्णु जी की कथा पढ़ें, कथा के दौरान उठे नहीं और न ही किसी से बातचीत करें। कथा पूरी होने के बाद आरती करें। इसके अलावा गुरुवार के दिन किसी गरीब व्यक्ति को अन्न और वस्त्रादि भी दान करना चाहिए।
अग्नि पुराण में उल्लेख
अग्नि पुराण के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने काशी में शिवलिंग की स्थापना की थी। इस दिन व्रत रखने से धन, समृद्धि, संतान और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। वहीं, भगवान विष्णु को हल्दी चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती है, इसके साथ ही पुण्य की प्राप्ति होती है।