मजनू का टीला की गलियों में सनसनी: 22 वर्षीय महिला और छह माह की बच्ची की गला रेतकर हत्या
आमतौर पर बच्चों की हंसी और लोगों की बातचीत से गूंजने वाली ये चार फुट चौड़ी गलियां उस दिन सन्नाटे में डूबी थीं। लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि कोई मासूम बच्ची भी इस तरह की दरिंदगी का शिकार हो सकती है।;
उत्तर दिल्ली के मजनू का टीला की संकरी गलियां मंगलवार को खामोशी से भर गईं, जब यह खबर फैली कि एक 22 वर्षीय युवती और छह माह की बच्ची की निर्ममता से गला रेतकर हत्या कर दी गई। यह घटना पूरे इलाके को झकझोर गई है।
आमतौर पर बच्चों की हंसी और लोगों की बातचीत से गूंजने वाली ये चार फुट चौड़ी गलियां उस दिन सन्नाटे में डूबी थीं। लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि कोई मासूम बच्ची भी इस तरह की दरिंदगी का शिकार हो सकती है।
मृत महिला की पहचान उत्तराखंड की रहने वाली एक युवती के रूप में हुई है, जो पिछले कुछ वर्षों से अपने लिव-इन पार्टनर निखिल के साथ पास के ही एक किराए के मकान में रह रही थी। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते थे। झगड़ों से तंग आकर महिला दो ब्लॉक दूर अपने एक दोस्त के घर रहने चली गई थी। उसी दोस्त की छह महीने की बेटी को वह देखभाल के लिए अपने साथ रखे हुई थी।
घटना के वक्त बच्ची के माता-पिता घर पर नहीं थे। तभी निखिल वहां पहुंचा और कथित रूप से महिला और बच्ची दोनों की गला रेतकर हत्या कर दी।
पड़ोस की एक महिला ने कांपती आवाज़ में कहा, “छह महीने की बच्ची की हत्या कोई कैसे कर सकता है? वो तो बोल भी नहीं सकती थी। वो राक्षस इंसान नहीं हो सकता।”
घटनास्थल पर मौजूद लोगों की आंखों में आंसू और चेहरों पर अविश्वास साफ दिखाई दे रहा था।
पुलिस के अनुसार, निखिल शायद महिला के उसे छोड़कर जाने से गुस्से में था और बदले की भावना से इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।
सिविल लाइंस थाना पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला पर कई बार वार किया गया था और कमरे में खून फैला हुआ था। “यह अपराध गुस्से में किया गया लगता है। हम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं और डिजिटल सबूत भी इकट्ठा किए जा रहे हैं।”
घटना की खबर फैलते ही इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई। महिलाओं की आंखों में आंसू थे, जो उस महिला को अक्सर बच्ची के साथ खेलते हुए देखती थीं।
एक पड़ोसी ने कहा, “जब बच्ची पैदा हुई थी, तब घर में खुशियां थीं, मिठाई बांटी गई थी। वो मुस्कुराती हुई बच्ची आज नहीं रही, यह इंसानियत पर कलंक है।”
इलाके के लोगों ने आरोपी को तुरंत पकड़ने और सख्त सजा देने की मांग की है।
एक बुजुर्ग महिला ने कहा, “ऐसे लोगों को कभी खुला नहीं छोड़ना चाहिए। उसने सिर्फ दो लोगों की जान नहीं ली, हमारी सुरक्षा की भावना को भी मार डाला।”
घटना के बाद पुलिस, फॉरेंसिक टीम और स्थानीय लोग गलियों में मौजूद थे। हर चेहरा सहमा हुआ और गुस्से से भरा दिखा।
स्थानीय निवासी विनीत कुमार ने कहा, “जैसे ही बच्ची की हत्या की खबर आई, पूरा मोहल्ला सन्न रह गया। माएं, बहनें, सभी दौड़ पड़े। आज किसी और की बच्ची के साथ हुआ है, कल हमारे साथ भी हो सकता है। अब बच्चों को घर में अकेला छोड़ने का हौसला नहीं बचा है।”