Metro In Dino Review: फिल्म पास या फेल दर्शकों ने सुना दिया फैसला, जानें सोशल मीडिया पर क्रिटिक्स ने क्या कहा
मेट्रो इन दिनों 18 साल पहले आई लाइफ इन अ मेट्रो का सीक्वल है। वहीं मेट्रो इन दिनों को क्रिटिक्स से पॉजिटिव रिव्यू मिला है। इस फिल्म को सोशल मीडिया पर अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।;
मुंबई। साल 2007 में रिलीज हुई लाइफ इन अ मेट्रो को 18 साल हो गए हैं। एक कॉम्प्लीकेटेड रिलेशनशिप में प्यार और एहसास की कहानी दिखाने वाली फिल्म एक बार फिर सीक्वल के साथ सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। दोनों ही फिल्मों का निर्देशन अनुराग बसु ने किया है। उन्होंने सीक्वल में भी वही जादू किया है जो उन्होंने पहली फिल्म में किया था।
मेट्रो इन दिनों 18 साल पहले आई लाइफ इन अ मेट्रो का सीक्वल है। वहीं मेट्रो इन दिनों को क्रिटिक्स से पॉजिटिव रिव्यू मिला है। इस फिल्म को सोशल मीडिया पर अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
MetroInDino एक खुशनुमा अनुभव
वहीं एक्स पर एक यूजर ने लिखा कि भावनाओं से भरपूर एक बेहतरीन सवारी। फिल्म रेटिंग: 3.5*/5 उन्होंने लिखा कि आप हंसेंगे, रोएंगे, इस AnuragBasu निर्देशित फिल्म को देखने के बाद आप अभिभूत महसूस करेंगे। पहला भाग बहुत ही शानदार है और दूसरा भाग थोड़ा कमजोर है लेकिन फिर भी सार्थक है। सुंदर गाने इसकी खासियत हैं। कास्टिंग बहुत सटीक तरीके से की गई है। कुल मिलाकर MetroInDino एक खुशनुमा अनुभव है।
अनुराग बसु ने एक रोमांटिक ड्रामा तैयार किया
फिल्मफेयर ने कहा कि फिल्म में कुछ खामियां हैं, फिर भी अनुराग बसु ने एक रोमांटिक ड्रामा तैयार किया है जो वास्तविक भावनाओं से दूर नहीं है। आधे-अधूरे फिल्म निर्माण के दौर में, मेट्रो… इन डिनो सच्ची कहानी कहने का एक ईमानदार प्रयास है, वहीं फिल्म को रेटिंग: 3.5/5 दिया है।
आदित्य-सारा ने किया निराश
हालांकि एक अन्य यूजर ने कहा कि मेट्रो इन डिनो रिव्यू दिया है कि शहरी प्यार और कई तरह की भावनाएं। पंकज त्रिपाठी और कोंकणा ने कमाल किया। अली-फातिमा ने ताजगी दी। वहीं आदित्य-सारा ने निराश किया। प्रीतम का संगीत अच्छा है, लेकिन आइकॉनिक नहीं। थोड़ा लंबा लेकिन दिल को छू लेने वाला। वहीं फिल्म को रेटिंग 3.5/5 दिया है।