Nimisha Priya Case: निमिषा प्रिया की मौत की सजा पलटने का दावा फर्जी, जानें किसने उड़ाई यह अफवाह

साल 2017 में निमिषा के पार्टनर महदी का शव एक वाटर टैंक में मिला था। आरोप है कि निमिषा ने नींद की दवा का ओवरडोज दिया था।;

Update: 2025-07-29 05:14 GMT

नई दिल्ली। यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की मौत की सजा का फैसला पलटने का दावा किया जा रहा है। लेकिन भारत और यमन सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि यमन में अधिकारियों ने सजा-ए-मौत का फैसला पलट दिया है। सूत्रों की मानें तो इस तरह की खबरें फर्जी हैं। फिलहाल निमिषा सना की जेल में बंद है। अभी तक इस पूरे मामले में भारत सरकार और यमन सरकार ने कोई भी बयान जारी नहीं किया है।

सजा पलटने का दावा किसने किया?

सबसे पहले कुछ खबरों और सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया गया कि यमन की राजधानी सना में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद निमिषा की सजा रद्द हो गई। यह दावा भारतीय ग्रैंड मुफ्ती कंथापुरम एपी अबूबकर मुसलियार के ऑफिस ने दिया। जिसके बाद पूरे देश में निमिषा ‌‌प्रिया को राहत की खबर वायरल होने लगी। लेकिन सूत्रों ने साफ किया कि ये दावे गलत हैं। भारत सरकार और यमन प्रशासन ने इसकी कोई पुष्टि नहीं की है।

कोई अधिकारिक बयान नहीं

जानकारी क मुताबिक, इस मामले को लेकर भारत सरकार द्वारा भी कोशिशें की जा रही है। हालांकि सजा पलटने की दावे पर सरकार की तरफ से कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। ऐसे में साफ है कि अब तक निमिषा की फांसी की सजा को पलटा नहीं गया है।

क्या है पूरा मामला?

केरल के पलक्कड़ की रहने वाली निमिषा प्रिया 2008 में एक नर्स के तौर पर यमन गई थी। यहां पहुंचकर निमिषा ने कई अस्पतालों में काम किया था। साल 2015 में निमिषा ने यमन के ही रहने वाले तलाल अब्दो महदी के साथ मिलकर एक मेडिकल क्लीनिक की शुरुआत की थी। 2 सालों तक दोनों के बीच सब कुछ ठीक चल रहा था। इसके बाद दोनों के बीच संबंध बिगड़ना शुरू हो गया। साल 2017 में निमिषा के पार्टनर महदी का शव एक वाटर टैंक में मिला था। आरोप है कि निमिषा ने नींद की दवा का ओवरडोज दिया था। हत्या के एक महीने बाद निमिषा प्रिया को यमन-सऊदी अरब बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था। साल 2020 में सना की एक कोर्ट ने निमिषा को मौत की सजा दी। 2023 में यमन के सुप्रीम कोर्ट ने भी इस सजा को बरकरार रखा। फिलहाल निमिषा प्रिया सना जेल में बंद हैं।

क्या है ब्लड मनी रिवाज

बता दें कि यमन के शरिया कानून में "ब्लड मनी" (दिया) का रिवाज है, जिसमें पीड़ित परिवार को मुआवजा देकर सजा माफ करवाई जा सकती है। भारत सरकार और धार्मिक नेता तलाल के परिवार से बात कर रहे हैं। भारतीय दूतावास ने इसके लिए 40,000 डॉलर की व्यवस्था भी की है। लेकिन तलाल का परिवार अभी मुआवजा लेने या माफी देने को तैयार नहीं है। उनकी मांग मौत की सजा ही है।

Tags:    

Similar News