Retail Inflation: आम आदमी की जेब पर पड़ी महंगाई की मार, अगस्त में 2.07% बढ़ी दर, जानें वजह

Update: 2025-09-12 12:05 GMT

नई दिल्ली। आम आदमी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां देश के लोग पहले से ही महंगाई की मार से जूझ रहे थे तो वहीं अगस्त में महंगाई दर बढ़ गया है। जिससे लोगों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा। बताते चलें कि भारत की खुदरा महंगाई जुलाई के आठ साल के न्यूनतम स्तर 1.55% से बढ़कर अगस्त में 2.07% हो गई।

खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी आई

वहीं सरकारी आंकड़ों के अनुसार, यह बढ़ोतरी हाई बेस इफेक्ट के असर के कम होने की वजह से हुई है। बेस इफेक्ट, जिसने पिछले कुछ महीनों में महंगाई को कई सालों के न्यूनतम स्तर पर बनाए रखा था, अगस्त में कमजोर पड़ गया। इसके साथ ही खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी आई, जो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) की टोकरी का लगभग आधा हिस्सा होती हैं।

दोनों तरफ 2 प्रतिशत का मार्जिन हो

दरअसल, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर जारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2025 के दौरान वार्षिक मुद्रास्फीति अगस्त 2024 की तुलना में (-) 0.69 प्रतिशत थी। हालांकि एनएसओ ने कहा कि अगस्त 2025 के महीने के दौरान हेडलाइन मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि मुख्य रूप से सब्जियों, मांस और मछली, तेल और वसा, व्यक्तिगत देखभाल और अंडे की मुद्रास्फीति में वृद्धि के कारण है। सरकार ने रिजर्व बैंक को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत पर बनी रहे, और दोनों तरफ 2 प्रतिशत का मार्जिन हो।

महंगाई RBI के 4% मध्यम अवधि के लक्ष्य से नीचे

दरअसल, अर्थशास्त्रियों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि अगस्त में खुदरा महंगाई बढ़कर 2.10% तक पहुंच जाएगी। यह लगातार सातवां महीना है जब महंगाई RBI के 4% मध्यम अवधि के लक्ष्य से नीचे बनी हुई है। खाद्य महंगाई, जो CPI टोकरी का लगभग आधा हिस्सा है, जुलाई के -1.76% से बढ़कर अगस्त में -0.69% हो गई। 

Tags:    

Similar News