दिल्ली में सड़क पर बवाल: साइड देने को लेकर विवाद, DTC बस ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या
मामूली कहासुनी से शुरू हुआ मामला कुछ ही मिनटों में खूनी संघर्ष में बदल गया, जहां भीड़ ने बस ड्राइवर को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला।;
दिल्ली एक बार फिर सड़क rage की दर्दनाक घटना का गवाह बना है। अमन विहार इलाके में शनिवार रात साइड देने को लेकर हुए विवाद ने इतना भयानक रूप ले लिया कि एक DTC बस ड्राइवर की जान चली गई। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ मामला कुछ ही मिनटों में खूनी संघर्ष में बदल गया, जहां भीड़ ने बस ड्राइवर को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला।
घटना शनिवार देर रात करीब 11:20 बजे की है। जानकारी के अनुसार, इलाके में एक बारात गुजर रही थी, जिसके कारण सड़क पहले से संकरी और जाम जैसी स्थिति में थी। इसी दौरान डीटीसी बस के ड्राइवर विकास वाहन लेकर उसी रास्ते से गुजर रहे थे। सड़क पर चल रहे जुलूस की वजह से जगह कम होने के कारण बस ड्राइवर और एक अल्टो कार चालक के बीच रास्ता देने को लेकर बहस हो गई। यह विवाद इतना बढ़ गया कि अल्टो चालक ने अपने रिश्तेदारों और साथियों को मौके पर बुला लिया।
मौके पर पहुंची भीड़ ने बस ड्राइवर विकास पर हमला बोल दिया और उसे बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब राहगीर सूरज ने बीच-बचाव की कोशिश की। उपद्रवियों ने उसे भी बक्शा नहीं और उस पर भी ताबड़तोड़ हमला कर दिया। मारपीट में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को पहले एसजीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां से विकास की स्थिति गंभीर होने पर उसे सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि, चिकित्सकों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन देर रात उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर राहगीर सूरज का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
दिल्ली पुलिस को रात करीब 11:20 बजे इस घटना की जानकारी मिली। अमन विहार थाने की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच में पाया कि यह पूरा विवाद सड़क पर रास्ता देने के मुद्दे से शुरू होकर हत्या तक पहुंच गया। पुलिस ने मामले में एक आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य तीन आरोपी फरार हैं। उनकी पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के लिए कई टीमों को दबिश पर भेजा गया है। पुलिस के अनुसार, मामला बस कंडक्टर उमेश के बयान पर दर्ज किया गया है।
यह घटना न केवल सड़क पर बढ़ती आक्रामकता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि छोटी-सी बात किस तरह जानलेवा बन सकती है। राजधानी जैसे संवेदनशील और व्यस्त शहर में ऐसी घटनाएं सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े करती हैं। पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि अचानक भड़के इस विवाद के पीछे और कौन से कारण जिम्मेदार थे।
दिल्ली में सड़क विवाद से जुड़े इस तरह के हिंसक मामले लगातार चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों में धैर्य की कमी और आक्रोश की बढ़ती प्रवृत्ति ऐसी घटनाओं को जन्म दे रही है। यह घटना एक बार फिर चेतावनी देती है कि संयम की कमी और क्षणिक आवेश किसी की जिंदगी छीन सकता है।