Shani Vakri 2025: शनि वक्री को प्रभाव को कैसे करें कम, क्या करें और क्या न करें? जानें शुभ फल पाने के मंत्र!
नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को न्याय और कर्म प्रधान देवता कहा जाता है। 13 जुलाई 2025 को शनि मीन राशि में वक्री हो चुके हैं। शनि मीन राशि में 138 दिनों तक वक्री रहेंगे। ऐसे में शनि देव जबी उल्टी चाल चलते हैं, तो इसका सीधा प्रभाव आम लोगों के जीवन में देखने को मिलता है।
शनि जब भी किसी राशि में वक्री होते हैं तो इस दौरान लोगों को कुछ कामों को करना चाहिए और कुछ गंदी आदतों को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ देना चाहिए। शनि वक्री 2025 के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं
शनि वक्री के दौरान क्या करना शुभ रहेगा
1. आलस्य से बचें- वक्री शनि आलस्य को बढ़ावा दे सकता है, इसलिए आलस्य से बचना चाहिए और अपने काम को समय पर पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए।
2. जल्दबाजी से बचें- शनि वक्री के दौरान, जल्दबाजी में कोई भी काम नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे गलतियां हो सकती हैं।
3. जोखिम लेने से बचें- आर्थिक और पारिवारिक मामलों में जोखिम लेने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है।
4. धैर्य रखें- शनि वक्री के दौरान, धैर्य रखना बहुत जरूरी है। किसी भी काम में जल्दबाजी न करें और धैर्यपूर्वक अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें।
5. आत्मनिरीक्षण करें- शनि वक्री का समय आत्मनिरीक्षण करने का भी होता है। अपने过去 के कर्मों का विश्लेषण करें और उनसे सीखें।
6. दान करें- शनि वक्री के दौरान, दान करना बहुत शुभ माना जाता है। गरीबों को भोजन कराएं, कपड़े दान करें या किसी जरूरतमंद की मदद करें।
7. हनुमान जी की पूजा करें- शनि वक्री के दौरान, हनुमान जी की पूजा करना भी बहुत शुभ होता है। हनुमान चालीसा का पाठ करें या हनुमान मंदिर जाएं।
8. सकारात्मक रहें- शनि वक्री के दौरान, सकारात्मक रहना बहुत जरूरी है। नकारात्मक विचारों से बचें और हमेशा सकारात्मक सोचें।
9. शनि मंत्रों का जाप- "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करें।
10. शनि देव की पूजा- शनि देव की विधि-विधान से पूजा करें।
11. पीपल के पेड़ की पूजा- पीपल के पेड़ की पूजा करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
शनि वक्री के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?
⦁ शनि वक्री के दौरान किसी भी तरह की नई शुरुआत, निवेश और समझौता नहीं करें।
⦁ इस दौरान आपको कोर्ट कचहरी और कानूनी मामलों से बचना चाहिए।
⦁ शनि वक्री के दौरान किसी भी तरह का अहंकार, द्वेष, झूठ या दखलअंदाजी मन में न पाले।
⦁ शनि वक्री के दौरान स्वास्थ्य की अनदेखी करने से बचना चाहिए। इस दौरान शारीरिक रूप से होने वाली
⦁ परेशानियों से बचें।