नई दिल्ली। आज भारतीय बाजार (MCX) में चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई, जहां कीमतें महज एक घंटे में 21,000 रुपये प्रति किलो तक गिर गईं। चांदी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 2,54,174 रुपये से फिसलकर 2,33,120 रुपये पर आ गई।
गिरावट की क्या है वजह
- अमेरिका और यूक्रेन के बीच संभावित शांति समझौते की खबरों ने बाजार में हलचल पैदा की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच सफल वार्ता की खबरों से "सेफ-हेवन" (सुरक्षित निवेश) के रूप में चांदी की मांग कम हो गई।
भारी मुनाफावसूली
चांदी की कीमतों ने 2025 में अब तक लगभग 181% की जबरदस्त बढ़त दर्ज की थी। जब कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 80 डॉलर प्रति औंस के पार चली गईं, तो निवेशकों ने ऊंचे स्तरों पर अपना मुनाफा बुक करना शुरू कर दिया, जिससे बिकवाली का दबाव बढ़ गया।
मार्जिन में बढ़ोतरी
शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज (CME) ने चांदी के वायदा अनुबंधों (Futures Contracts) के लिए शुरुआती मार्जिन की आवश्यकताओं को बढ़ा दिया। मार्जिन $20,000 से बढ़ाकर लगभग $25,000 कर दिया गया, जिससे सट्टेबाजी पर लगाम लगी और कीमतों में गिरावट आई।
जब 2.50 लाख के पार गई थी चांदी
वैसे सुबह के समय चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी। आंकड़ों के अनुसार बाजार खुलने के कुछ ही सेकंड में चांदी के दाम में 14,387 रुपए का इजाफा देखने को मिला था और दाम 2,54,174 रुपए के साथ लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गए थे। वैसे 8 फीसदीर से ज्यादा की गिरावट के आने के बाद चांदी ने मौजूदा साल में निवेशकों 180 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दे चुकी है। वहीं मौजूदा महीने में चांदी ने निवेशकों को करीब 40 फीसदी का रिटर्न दे दिया है।