36 साल की उम्र है खतरे का संकेत, दिखने लगते हैं युवावस्था की खराब आदतों के नुकसान: अध्ययन

यह शोध एनल्स ऑफ मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में पाया गया कि धूम्रपान, अत्यधिक शराब सेवन और व्यायाम न करने जैसी तीन खराब आदतों से 36 साल की उम्र से ही स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने लगता है।;

Update: 2025-04-25 21:30 GMT

एक नए अध्ययन में पता चला है कि 36 साल की उम्र में युवावस्था में अपनाई गई अस्वस्थ आदतों - जैसे धूम्रपान, शराब पीना और शारीरिक निष्क्रियता - के नकारात्मक प्रभाव दिखाई देने लगते हैं। फिनलैंड की ज्यवास्कुला यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 370 लोगों पर 30 साल तक अध्ययन किया।

यह शोध एनल्स ऑफ मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में पाया गया कि धूम्रपान, अत्यधिक शराब सेवन और व्यायाम न करने जैसी तीन खराब आदतों से 36 साल की उम्र से ही स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ने लगता है।

शोधकर्ताओं ने बताया कि 36 से 61 साल की उम्र तक इन आदतों के नकारात्मक प्रभाव लगभग एक जैसे रहते हैं। अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता टीया केकालाइनन ने कहा कि युवावस्था में ही इन खतरनाक आदतों को बदलना जरूरी है, नहीं तो बाद में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य खराब हो सकता है।

अध्ययन में पाया गया कि व्यायाम न करने से शारीरिक स्वास्थ्य, धूम्रपान से मानसिक स्वास्थ्य और अधिक शराब पीने से दोनों पर बुरा असर पड़ता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।

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