उत्तरकाशी में बादल फटा, चार की मौत की पुष्टि, अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने दिया भावुक संदेश
वीडियो में स्थानीय लोगों की चीख-पुकार और अफरा-तफरी साफ सुनाई दे रही है। एक व्यक्ति कैमरे में बताते हुए कहता है, "पूरा ये जो गांव है, पता भी नहीं चल रहा। ये हमारा बाजार था, पूरा बर्बाद हो गया।" एक अन्य स्थानीय की आवाज में गूंजता है, "सब खत्म हो गया।";
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धाराली गांव में मंगलवार को बादल फटने की घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक भयानक वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे लोग जान बचाकर भाग रहे हैं, लेकिन कुछ लोग बाढ़ के तेज बहाव में बह जाते हैं। अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
वीडियो में स्थानीय लोगों की चीख-पुकार और अफरा-तफरी साफ सुनाई दे रही है। एक व्यक्ति कैमरे में बताते हुए कहता है, "पूरा ये जो गांव है, पता भी नहीं चल रहा। ये हमारा बाजार था, पूरा बर्बाद हो गया।" एक अन्य स्थानीय की आवाज में गूंजता है, "सब खत्म हो गया।"
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है। राज्य सरकार की निगरानी में बचाव दल क्षेत्र में हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर चिंता जताई है और बताया कि घटनास्थल पर आईटीबीपी की तीन टीमें और एनडीआरएफ की चार टीमें भेजी गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और कहा, “राज्य सरकार की देखरेख में राहत व बचाव टीमें पूरी तत्परता से काम कर रही हैं। पीड़ितों को हरसंभव मदद दी जा रही है।”
इस त्रासदी से बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला भी बेहद दुखी हैं। कोटद्वार निवासी उर्वशी ने एक भावुक संदेश में कहा, “हरिद्वार की बेटी होने के नाते, उत्तराखंड की हर सांस, हर नदी, मेरी आत्मा का हिस्सा है। आज जब उत्तरकाशी में खीर गंगा नदी में आई विनाशकारी बाढ़ को देखती हूं, तो दिल टूट जाता है।”
उन्होंने आगे कहा, “घर बह गए, सड़कें, दुकानें, यादें और सपने… सब कुछ पलों में बह गया। ये सिर्फ एक खबर नहीं है, ये मेरा घर है, मेरे लोग हैं।”
उर्वशी ने लोगों से अपील करते हुए कहा, “मैं आपके साथ हूं, आपके लिए प्रार्थना कर रही हूं और हर संभव तरीके से सहायता पहुंचाने का वादा करती हूं। मैं अपने प्रशंसकों और शुभचिंतकों से निवेदन करती हूं—आइए, एकजुट होकर उत्तराखंड के लिए खड़े हों।”