केदारनाथ धाम के कपाट विधि-विधान से हुए बंद! CM पुष्कर सिंह धामी ने की पूजा-अर्चना, इस साल इतने श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

मौसम में ठंडापन था फिर भी लगभग 10 हजार श्रद्धालु कपाट बंद होने के समय मौजूद रहेO;

By :  Aryan
Update: 2025-10-23 07:15 GMT

रूद्रप्रयाग। विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज यानी गुरुवार भैया दूज के पावन अवसर पर विधिवत रूप से बंद हो गए हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। कपाट बंद होने से पूर्व मंदिर को पुष्पों से भव्य रूप में सजाया गया। सेना के बैंड ने भक्ति धुनों जय बाबा केदार का उदघोष के मंदिर परिसर गूंज उठा। मौसम में ठंडापन था फिर भी लगभग 10 हजार श्रद्धालु कपाट बंद होने के समय मौजूद रहे। बता दें कि इस वर्ष कुल 17,68,795 श्रद्धालुओं ने केदार के दर्शन किए।

गर्भगृह के द्वार बंद किये गए

कपाट बंद करने की प्रक्रिया के अंतर्गत ब्रहममुहूर्त में श्री केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी बागेशलिंग एवं आचार्यगणों द्वारा यज्ञ, हवन एवं समाधि पूजन किया गया। उसके बाद भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को स्थानीय पुष्प, ब्रह्मकमल, सूखे पुष्प-पत्रों से ढककर समाधि रूप दिया गया। इसके बाद गर्भगृह के द्वार को जय बाबा केदार के उदघोषणा के साथ शीतकाल हेतु बंद किया गया। बता दें कि इस मंदिर के कपाट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में बंद किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी विजन के अनुरूप केदारपुरी का भव्य और दिव्य पुनर्निर्माण कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में चारधाम यात्रा के अंतर्गत रिकॉर्ड 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने धामों के दर्शन किए हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कपाट बंद होने के पश्चात शीतकालीन यात्रा को भी राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु चार धामों के शीतकालीन गद्दी स्थलों में भी पूजा अर्चना कर सकें। सीएम ने सभी श्रद्धालुओ से शीतकाल में भी चारों धामों के गद्दी स्थलों में आकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने का आग्रह किया है।

इस वर्ष कुल 17,68,795 श्रद्धालुओं ने केदार के दर्शन किए

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष केदारनाथ यात्रा का संचालन अत्यंत सुचारु से हुआ। इस वर्ष कुल 17,68,795 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए, जो कि पिछले वर्ष के 16,52,076 तीर्थयात्रियों की तुलना में लगभग सवा लाख अधिक है।

गौरतलब है कि कपाट बंद होने के पश्चात बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली आज प्रस्थान कर प्रथम पड़ाव रामपुर में रात्रि विश्राम हेतु पहुंचेगी। कल शुक्रवार, 24 अक्टूबर को डोली श्री विश्वनाथ मंदिर, गुप्तकाशी पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम के पश्चात शनिवार, 25 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करेगी।


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