हेलिकॉप्टर से केदारनाथ यात्रा करना हुआ 49% तक महंगा, जानें कब से होगी टिकट बुकिंग...
किराया बढ़ोतरी का फैसला जरूरी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर लिया गया है;
देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए केदारनाथ धाम की हेलीकॉप्टर सेवा अब महंगी हो गई है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने हेली सेवा के किराए में 49 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस वजह से श्रद्धालुओं को अब अपनी जेब अधिक ढीली करनी पड़ेगी। नई दरें 15 सितंबर 2025 से लागू होंगी। हालांकि, इसके लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की अंतिम अनुमति लेनी होती है।
नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) के सीईओ आशीष चौहान ने कहा
UCADA के सीईओ आशीष चौहान ने कहा कि किराया बढ़ोतरी का फैसला जरूरी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर लिया गया है। हाल के वर्षों में चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर हादसों ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए थे। इसे देखते हुए DGCA ने हेली सेवाओं के लिए कड़े मानक लागू किए हैं। इनमें ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन, पीटीजी कैमरे, एटीसी, वीएचएफ सेट, और सिलोमीटर जैसे तकनीकी सुधार भी शामिल हैं। साथ ही, देहरादून के सहस्त्रधारा और सिरसी में दो कंट्रोल रूम स्थापित किए जा रहे हैं। उड़ानों पर निगरानी रखने के लिए 22 ऑपरेटरों की टीम रहेगी। इन सभी उपायों के लिए अतिरिक्त लागत की वजह से किराए में बढ़ोतरी की गई है।
किराए की नई दरें
नई दरों के मुताबिक हेलीकॉप्टर सेवा का किराया
• गुप्तकाशी से केदारनाथ- आने-जाने का किराया 12,444 रुपये
• फाटा से केदारनाथ- 8,842 रुपये
• सिरसी से केदारनाथ- 8,839 रुपये
पहले गुप्तकाशी से यह किराया लगभग 8,532 रुपये, जबकि फाटा से केदारनाथ 6062 और सिरसी से 6,060 रुपये था।
हेली सेवा बुकिंग की जानकारी
केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा 15 सितंबर से शुरू होने वाली है। टिकट बुकिंग और खाने-पीने की जानकारी 10 सितंबर से IRCTC की वेबसाइट पर शुरू होगी। बुकिंग के लिए चारधाम यात्रा का पंजीकरण आवश्यक है, बिना पंजीकरण के टिकट बुक नहीं होगा। इस बार सात निजी हेली कंपनियों को सेवा संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिनमें पवन हंस, हिमालयन हेली, ट्रांस भारत, ग्लोबल विक्ट्रा, थंबी एविएशन, केस्ट्रल एविएशन, और एयरो एयरक्राफ्ट शामिल हैं।
श्रद्धालुओं पर असर
हेलीकॉप्टर सेवा केदारनाथ यात्रा के लिए एक बेहतर विकल्प है, खासकर तब जब श्रद्धालुओं के लिए पैदल मार्ग की चढ़ाई मुश्किल लगे। हालांकि, किराए में 49% की बढ़ोतरी से कई श्रद्धालुओं को अपनी यात्रा की योजना पर सोचना पड़ सकता है। सोशल मीडिया पर किराए की बढ़ोतरी को लेकर चर्चा तेज है, जहां कुछ उपयोगकर्ताओं ने इसे हेली कंपनियों के घाटे की भरपाई का कदम बता रहे हैं।