मेवाड़ में साहित्यकार सहित छह पत्रकारों को मिला महामना मालवीय सम्मान

मेवाड़ में 21वां साहित्यकार एवं पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित;

Update: 2025-12-31 09:52 GMT

गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जयंती पर आयोजित इक्कीसवें साहित्यकार एवं सम्मान समारोह में सुविख्यात साहित्यकार डॉ. अनिल आर्य समेत छह पत्रकारों को सम्मानित किया गया। अनिल आर्य को साहित्य भूषण सम्मान और वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सरदाना को पत्रकार भूषण सम्मान से सम्मानित किया जबकि वरिष्ठ पत्रकार आलोक द्विवेदी, डॉ. महकार सिंह, आशुतोष गुप्ता और अशोक कौशिक को पत्रकार गौरव सम्मान से नवाजा गया। सभी को शॉल, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न एवं नकद राशि प्रदान की गई।


वह सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण हैं

वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष पद्मभूषण राम बहादुर राय, मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया एवं निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने ये सम्मान प्रदान किये। इस मौके पर राम बहादुर राय ने अपने सम्बोधन में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के आदर्शों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मालवीय जी व्यक्ति नहीं व्यक्तित्व थे। वह सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण हैं।

मालवीय बहुमुखी प्रतिभा के धनी

मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि मालवीय बहुमुखी प्रतिभा के धनी, पत्रकार, वकील, गायक, कथावाचक, देशभक्त व युगदृष्टा थे। देश में प्रोफेशनल्स तैयार हो सकें इसके लिए उन्हांने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी बनाई। साथ ही अनेक काम किये। नदियों को प्रदूषणमुक्त करने के अलावा आत्मनिर्भर भारत की बात मालवीय जी ने वर्ष 1905 में कही थी, जिसे आज लागू किया जा रहा है। अनिल आर्य के अनुसार मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस मालवीय जी के जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रदान कर रहा है, यह उल्लेखनीय प्रयास है। मालवीय जी स्वाधीनता संग्राम के इतिहास पुरुष थे।

अमित पाराशर ने किया कुशल संचालन

साहित्य, शिक्षा, समाजसेवा और देश के प्रति उनका अवदान बहुमूल्य है। इससे पूर्व अतिथियों ने मां शारदा, भारत माता और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के चित्र पर पुष्पार्पित कर दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की। मोनिका यादव, वंशिका, पावनी, वंशिका जैन, सोनी और अनिरुद्ध ने क्रमशः सरस्वती वंदना, कविताएं और मालवीय जी पर सम्भाषण प्रस्तुत किये। मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने मालवीय के प्रति अपने विचार प्रकट करने के साथ ही सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। कुशल संचालन अमित पाराशर ने किया।

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