1xBet Betting Case: सुरेश रैना और शिखर धवन पर ED का शिकंजा, क्रिकेटर की कुल ₹11.14 करोड़ की संपत्ति जब्त

Update: 2025-11-06 11:37 GMT

नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही हैं। ED ने दोनों क्रिकेटर पर शिकंजा कसा है। ED ने सुरेश रैना और शिखर धवन की कुल ₹11.14 करोड़ की संपत्ति अस्थायी रूप से जब्त कर ली है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA), 2002 के तहत की गई है।

गैरकानूनी ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़ी

बता दें कि अटैच की गई संपत्तियों में सुरेश रैना के नाम पर ₹6.64 करोड़ के म्यूचुअल फंड निवेश और शिखर धवन के नाम पर ₹4.5 करोड़ की एक अचल संपत्ति शामिल है। ईडी की जांच कई राज्यों की पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर पर आधारित है, जो गैरकानूनी ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़ी है।

विदेशी कंपनियों के साथ मिलकर इन प्लेटफॉर्म्स का प्रचार किया

ईडी के अनुसार, रैना और धवन ने विदेशी कंपनियों के साथ मिलकर इन प्लेटफॉर्म्स का प्रचार किया और इसके बदले उन्हें विदेशी रास्तों से भुगतान किया गया। ये पैसे गैरकानूनी सट्टेबाजी से कमाए गए थे, जिनकी असली पहचान छिपाने के लिए जटिल लेनदेन किए गए। जांच में सामने आया है कि 1xBet और उसके ‘सुरोगेट ब्रांड’- 1xBat, 1xBat Sporting Lines- भारत में बिना किसी अनुमति के ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए का प्रचार कर रहे थे।

जांच में ये आया सामने

1xBet भारत में हजारों फर्जी (म्यूल) बैंक खातों के जरिए पैसों का लेनदेन कर रहा था। वहीं अब तक 6000 से ज्यादा फर्जी खाते सामने आए हैं। इन खातों के जरिए सट्टेबाजी की रकम को अलग-अलग पेमेंट गेटवे से गुजारकर असली स्रोत छिपाया गया। जांच में पाया गया कि कई पेमेंट गेटवे बिना KYC वेरिफिकेशन के ही व्यापारी (मर्चेंट) जोड़ रहे थे। मनी लॉन्ड्रिंग का कुल ट्रेल ₹1000 करोड़ से ज्यादा का है।

गैरकानूनी गतिविधियों को देते हैं बढ़ावा

बता दें कि ईडी ने इस केस में चार पेमेंट गेटवे पर छापेमारी की है और 60 से ज्यादा बैंक अकाउंट्स को फ्रीज़ किया है। अब तक 4 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम फ्रीज की जा चुकी है। वहीं लोगों से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन विज्ञापन या ट्रांजैक्शन की जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस या ईडी को दें। ईडी ने आम लोगों को आगाह किया है कि वे किसी भी तरह के ऑनलाइन सट्टेबाजी या जुए के प्रचार या निवेश से दूर रहें। ईडी ने कहा कि गैरकानूनी सट्टेबाजी और जुआ न सिर्फ आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को भी बढ़ावा देते हैं।

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