अरविंद केजरीवाल भाजपा पर भड़के! कहा-जेल में बंद किसानों से मिलने नहीं दिया, अंग्रेजों से भी अत्याचारी सरकार
केजरीवाल ने कहा अंग्रेजों ने कभी भगत सिंह से मिलने के लिए उनके साथियों को नहीं रोका ।;
अहमादाबाद। आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें आज यानी मंगलवार को राजकोट जेल में बंद किसानों से मिलने नहीं दिया। इस मामले में अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी का तानाशाही कहा है। उन्होंने कहा कि मैंने आवेदन किया था, लेकिन इस अत्याचारी सरकार ने मुझे मिलने की इजाजत नहीं दी।
भाजपा सरकार के दमन से दुखी हैं किसान
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में एक तरफ भाजपा सरकार के दमन से किसान दुखी हैं तो दूसरी तरफ कर्ज लेकर पढ़ने वाले बच्चे पेपर लीक होने से युवा बेरोजगार हैं। रावण और कंस की तरह अहंकार में डूबी भाजपा सरकार अपने खिलाफ उठाने वाली हर आवाज को दबाना चाहती है। लेकिन अब गुजरात के लोग एकजुट हो रहे हैं। भाजपा के 30 साल के कुशासन का अंत करने का समय आ गया है। दो साल बाद गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी और किसानों पर दर्ज सारे केस वापस लिए जाएंगे।
क्या मैं कोई आतंकवादी हूं या अपराधी हूं
उन्होंने आगे सवाल किया कि क्या मैं कोई आतंकवादी हूं या अपराधी हूं? जेल में बंद लोग किसान हैं, हमारे देश के नागरिक हैं। वे लोग भी कोई अपराधी नहीं हैं। बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने सोमवार को जेल में बंद किसानों और नेताओं से मिलने के लिए आवेदन किया था। मंगलवार को सुबह मैसेज भेजकर बताया गया कि मुझे जेल में बंद किसानों से मिलने की इजाजत नहीं है। मैं सोच रहा था कि आजादी की लड़ाई के दौरान जब अंग्रेजों ने सरदार भगत सिंह को गिरफ्तार किया था, तब भगत सिंह के साथियों को भी अंग्रेज जेल में उनसे मिलने की इजाजत देते थे। अंग्रेजों ने कभी भगत सिंह से मिलने के लिए उनके साथियों को रोका नहीं। क्या हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने यही देखने के लिए आजादी की लड़ाई लड़ी थी कि एक दिन ऐसी सरकार आएगी, जो अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूर और अत्याचारी होगी?
किसानों के साथ होता है अन्याय
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दो माह पहले गुजरात के हड़दड़ में पना हक मांगने वाले किसानों के साथ घटना हुई। गुजरात एक कृषि प्रधान प्रदेश है। गुजरात की 50 फीसद आबादी खेती से अपना जीवन यापन करती है। गुजरात में करीब 54 लाख किसान परिवार किसानी पर निर्भर हैं। लेकिन आज गुजरात में किसानों का बहुत बुरा हाल है, किसान बहुत दुखी हैं। किसानों को बीज नहीं मिलता, खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। किसानों को फसल के पूरे दाम नहीं मिलते हैं। यहां कुछ लोग किसानों के साथ अन्याय करते हैं। फसल के दाम 1500 तक तय होती है, लेकिन किसानों को 1200 रुपए ही देते हैं।