आजम खां पर धीमे जहर का दावा, शाहिद सिद्दीकी के बयान पर पूर्व मंत्री ने दी सफाई

23 महीने जेल में रहने के बाद 23 सितंबर को आजम खां सीतापुर जेल से रिहा हुए। इसके बाद वह रामपुर में दो दिन बिताने के बाद दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे थे।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-09-29 19:30 GMT

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खां को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दीकी ने दावा किया था कि जेल में आजम खां को धीमा जहर दिया जा रहा था और वह खुद अपना खाना बनाकर खाते थे। यह दावा आजम खां से मुलाकात के बाद किया गया था, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई।

दरअसल, 23 महीने जेल में रहने के बाद 23 सितंबर को आजम खां सीतापुर जेल से रिहा हुए। इसके बाद वह रामपुर में दो दिन बिताने के बाद दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे थे। यहीं शाहिद सिद्दीकी उनसे मिलने गए थे। मुलाकात के बाद शाहिद ने मीडिया से कहा कि आजम खां को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था और वह अपनी सुरक्षा के लिए खुद खाना बनाने लगे थे।

हालांकि सोमवार को इलाज के बाद जब आजम खां रामपुर लौटे, तो उन्होंने इस पूरे मामले पर सफाई दी। आजम ने कहा, “शायद पूर्व सांसद के सुनने या समझने में कुछ गलती हुई है। मैंने ऐसा नहीं कहा था। मैंने सिर्फ यह बताया था कि टीवी और अखबारों में खबरें आई थीं कि मुख्तार अंसारी की जेल में मौत हुई और यह भी कहा गया कि उन्हें धीमा जहर दिया गया। इसके बाद मैंने सावधानी बरतनी शुरू की थी कि कहीं मेरे साथ भी ऐसी कोई घटना न हो।”

आजम खां ने यह भी स्वीकार किया कि जेल की जिंदगी ने उनकी सेहत पर बुरा असर डाला। उन्होंने कहा कि “पांच साल तक छोटी सी कोठरी में अकेला रहने से स्वास्थ्य खराब होना लाजमी था।”

खाना खुद बनाने के दावे पर उन्होंने कहा, “मैं खुद खाना बना ही नहीं सकता था। यह सही है कि मैं बहुत कम खाता था। दोपहर की एक रोटी को आधी उस समय और आधी रात में खा लेता था। कभी-कभी नींबू का अचार बना लेता और उसे खा लेता था।”

आजम खां की इस सफाई के बाद शाहिद सिद्दीकी के दावों पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, लेकिन मुख्तार अंसारी की मौत और कथित धीमे जहर के मामले ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।

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