अखिलेश यादव से मिलने से पहले आजम खां का तंज – ‘सुना है आ रहे हैं, मुझसे ही मिलेंगे और सिर्फ मुझसे ही’

आजम खां ने कहा कि वह अखिलेश से मिलने को लेकर कोई नाराजगी नहीं रखते।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-10-07 21:30 GMT

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को रामपुर पहुंचने वाले हैं, जहां वे सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात से पहले आजम खां ने मीडिया से बातचीत में तंज भरे लहजे में कहा, “सुना है आ रहे हैं, आप लोगों से ही सुना है... आ रहे हैं, अच्छी बात है। मुझसे मिलने आ रहे हैं, मेरी सेहत का हालचाल लेंगे। यह उनका बड़प्पन है कि एक बकरी चोर-भैंस चोर से मिलने आ रहे हैं।”

आजम खां ने कहा कि वह अखिलेश से मिलने को लेकर कोई नाराजगी नहीं रखते। जब उनसे पूछा गया कि क्या गिले-शिकवे खत्म हो जाएंगे, तो उन्होंने कहा, “यह बात मैं आपको बताऊंगा, इतना हल्का समझा है मुझे?” उन्होंने आगे कहा, “मुझ पर 114 मुकदमे हैं, मेरे परिवार पर साढ़े तीन सौ केस हैं। मुझसे जो भी मिलने आता है, वह अपना बड़प्पन दिखाता है।”

आजम ने अपने ऊपर लगे मामलों को लेकर कहा, “कोई मेरा घर खरीद ले, क्योंकि एक मुर्गी चोर कितना जुर्माना देगा? एक मुकदमे में 35 लाख रुपए का जुर्माना है और 21 साल की सजा है। अभी 114 मुकदमे बाकी हैं।” उन्होंने कहा, “मैंने किताबें चुराकर विश्वविद्यालय बनाया है, लेकिन अपना घर नहीं बना पाया। मुझ पर डकैती की धाराएं लगी हैं, मुझे खुद से नाराजगी है क्योंकि मैं अपराधी हूं।”

आजम ने तंज कसते हुए कहा, “देश में तीन बड़े भूमाफिया हैं — पहला मैं यानी आजम खां, दूसरा मुख्तार अंसारी और तीसरा अतीक अहमद। इनमें से मैं अभी जिंदा हूं, लेकिन कब तक रहूंगा, यह नहीं जानता।”

पूर्व सांसद एचटी हसन से नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह थोड़ी देर की नाराजगी है और जल्द ही दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा, “मैं उनके घर चाय पीने चला जाऊंगा, वो बाहर आकर मेरा स्वागत करेंगे।”

अखिलेश यादव बुधवार को दोपहर करीब 12:30 बजे रामपुर पहुंचेंगे और आजम खां से उनके आवास पर मुलाकात करेंगे। यह बैठक लगभग एक घंटे तक चलेगी। इसके बाद अखिलेश 1:30 बजे वहां से निकलकर बरेली जाएंगे और फिर लखनऊ लौटेंगे।

कांशीराम की पुण्यतिथि से ठीक पहले यह मुलाकात राजनीतिक दृष्टि से अहम मानी जा रही है। माना जा रहा है कि इससे सपा में आजम खां की स्थिति और मजबूत होगी और बसपा में उनके जाने की अटकलों को विराम मिलेगा। आजम खान, जो 23 महीने जेल में रहने के बाद 23 सितंबर को रिहा हुए थे, सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं और मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं।

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