Bangladesh: बांग्लादेश चुनाव रद्द कराने के लिए यूनुस ने कराई हत्या... उस्मान हादी के भाई ने दी यह चेतावनी!
उस्मान हादी के भाई ने आरोप लगाया कि सरकार के भीतर मौजूद एक खास गुट ने साजिश रचकर इस हत्या को अंजाम दिया;
नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजनीति एक बार फिर से गहरे संकट में फंसती दिखाई दे रही है। इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद देशभर में भड़के विरोध प्रदर्शनों के बीच अब उनके परिवार ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। बता दें कि हादी के बड़े भाई अबू बकर ने साफ कहा है कि उनके भाई की हत्या आगामी चुनाव रद्द कराने के मकसद से की गई है और इसके लिए मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार ही केवल जिम्मेदार है। हादी के भाई ने दावा करते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों के एक गुट ने जानबूझकर इस हत्या को अंजाम दिया है, ताकि चुनावी माहौल को अस्थिर किया जा सके और राजनीतिक फायदा उठाया जा सके। जानकारी के अनुसार, हादी की बहन ने भारत के खिलाफ जहर उगला था। उसने कहा था कि हर घर में भारत के खिलाफ जिहाद की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।
सरकार पर साधा निशाना
ढाका के शाहबाग इलाके में राष्ट्रीय संग्रहालय के सामने आयोजित शहीदी शपथ कार्यक्रम में बोलते हुए ओमर हादी ने सरकार पर तीखा हमला बोला। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने कहा कि आप ही हैं जिन्होंने उस्मान हादी को मरवाया और अब उसी मुद्दे को लेकर चुनाव बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के भीतर मौजूद एक खास गुट ने साजिश रचकर इस हत्या को अंजाम दिया। बता दें कि उस्मान हादी आगामी 12 फरवरी को होने वाले आम चुनाव में उम्मीदवार थे। ओमर हादी ने यह भी आरोप लगाया कि उनके भाई की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि उन्होंने किसी के आगे झुकने से इनकार कर दिया था।
हादी को न्याय नहीं मिला, तो आपको भी बांग्लादेश छोड़ना पड़ेगा
ओमर हादी ने अंतरिम सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके भाई के हत्यारों को सजा नहीं दी गई, तो यूनुस सरकार का अंजाम भी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना जैसा हो सकता है। उन्होंने कहा हत्यारों पर जल्द मुकदमा चलाया जाए, ताकि चुनावी माहौल सही रहे। ओमर ने कहा कि अगर उस्मान हादी को न्याय नहीं मिला, तो आपको भी एक दिन बांग्लादेश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा।
2024 के आंदोलन का अहम चेहरा थे उस्मान हादी
उस्मान हादी जुलाई 2024 के छात्र-युवा आंदोलन का एक बड़ा चेहरा थे, जिसने शेख हसीना सरकार के पतन में अहम भूमिका निभाई थी। उन्हें फरवरी में होने वाले संसदीय चुनावों में एक उभरते हुए नेता और संभावित उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा था। इसी वजह से उनकी हत्या को लेकर अब चुनावी साजिश के आरोप तेज हो गए हैं।
गौरतलब है कि उस्मान हादी पर ढाका में एक मस्जिद से बाहर निकलते समय गोली चलाई गई थी। गंभीर रूप से घायल हादी को इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, जहां 19 दिसंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी हत्या ने पूरे देश में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।