Bhopal Metro:1800 यात्रियों के वजन के बराबर रेत की बोरियां रख मेट्रो का हुआ ट्रायल, जानें कब दौड़ेगी भोपाल में मेट्रो...
मेट्रो कोच में 250 यात्री खड़े हो सकते हैं एवं 50 यात्री बैठकर सफर का आनंद ले सकते हैं;
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अब मेट्रो जल्द ही दौड़ेगी। मेट्रो कॉर्पोरेशन के द्वारा तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। मेट्रो के ट्रैक और ब्रेकिंग सिस्टम का परीक्षण का काम भी पूरा हो गया है। टेस्टिंग के दौरान मेट्रो में यात्रियों के भार को सेट करने के लिए करीब 1800 यात्रियों के बराबर रेत से भरी हुई बोरियां बोगियों में रखी गई।
सुभाष नगर से एम्स तक की मुख्य लाइन पर परीक्षण हुआ
इस परीक्षण को सुभाष नगर से एम्स तक की मुख्य लाइन पर किया गया। मेट्रो की रफ्तार 90 किमी प्रति घंटे की रखी गई और इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम का भी मूल्यांकन किया गया। आपको बता दें, यात्रा के दौरान मेट्रो कोच में 250 यात्री खड़े हो सकते हैं एवं 50 यात्री बैठकर सफर का आनंद ले सकते हैं। परीक्षण के दौरान दोगुने वजन को आधार बनाया गया था।
RDSO की टीम ने की तकनीकी जांच
मेट्रो ट्रायल के दौरान रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन ( RDSO) की टीम ने मेट्रो के झटकों की स्थिरता, राइड क्वालिटी और इमरजेंसी ब्रेकिंग डिस्टेंस इत्यादि का तकनीकी जांच करते हुए परीक्षण किया। RDSO की टीम परीक्षण का विश्लेषण करने के बाद, आने वाले 20 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
CMRS की टीम अंतिम निरीक्षण करेगी
इसके बाद कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) की टीम के द्वारा अंतिम निरीक्षण किया जाएगा। यदि सब कुछ ठीक रहा तो अक्टूबर 2025 में भोपाल मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर यात्रियों के लिए सेवा शुरू हो जाएगी।
AIIMS से करोंद तक पहला रूट होगा
भोपाल मेट्रो का पहला रूट AIIMS से करोंद तक है, इस रूट की लंबाई 16.05 किलोमीटर है। इस परियोजना की शुरूआत वर्ष 2018 में हुई थी। इसमें से सुभाष नगर से AIIMS तक का लंबा हिस्सा है, जिसे 6.22 किमी प्रायोरिटी कॉरिडोर के रूप में तैयार किया गया है। इस हिस्से में सुभाष नगर, आरकेएमपी, अलकापुरी, डीआरएम और एम्स जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं।
मेट्रो प्रबंधन ने कहा
मेट्रो ट्रैक के साथ ही स्टील ब्रिज का लोड टेस्टिंग भी पूरा हो चुका है। अब केवल अंतिम निरीक्षण बांकी है, उसके बाद अंतिम स्वीकृति ली जाएगी। मेट्रो प्रबंधन ने कहा कि अक्टूबर तक भोपाल मेट्रो का सपना साकार होगा।