Chandra Grahan 2025: भारत में सभी स्थानों पर दिखाई देगा चंद्र ग्रहण, जानें कब कितने घंटों की होगी अवधि
नई दिल्ली। सितंबर महीने की 7 तारीख की रात ऐसे अद्भुत खगोलीय दृश्य की गवाह बनने जा रही है, जिसे पूर्ण चंद्रग्रहण कहते हैं। इसे ‘ब्लड मून' कहा जाता है। वह ग्रहण भारत सहित दुनिया के तमाम बड़े हिस्सों में दिखाई देगा और लगभग 85 प्रतिशत जनसंख्या इस दृश्य का आनंद ले सकेगी।
यह 8 सितंबर की अर्धरात्रि के बाद के कुछ घंटों तक जारी रहेगा। ग्रहण अंटार्कटिका,पश्चिमी प्रशांत महासागर,ऑस्ट्रेलेशिया,एशिया,भारत महासागर,यूरोप और पूर्वी अटलांटिक महासागर के क्षेत्रों से दिखाई देगा। भारत में,ग्रहण के सभी चरण,पूर्णता सहित पूरे देश में दिखाई देंगे।
कितने बजे दिखेगा ग्रहण
खगोल विज्ञान केंद्र के अनुसार चंद्रग्रहण का स्पर्श 7 सितंबर को भारतीय समयनुसार रात 9:57 पर होगा। ग्रहण का अंत 8 सितंबर को दोपहर 1:27 बजे होगा। इस ग्रहण की पूर्णता 7 सितंबर को 11:00 पर प्रारंभ होगी तथा ग्रहण की पूर्णता का अंत 8 सितंबर को 12:23 बजे पर होगा । ग्रहण की अवधि 3.30 घंटे की होगी। ग्रहण के पूर्णता की अवधि 1 घंटा 23 मिनट की है। भारत में दृश्य अगला चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026 को घटित होगा जोकि पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। भारत में दृश्य पिछला चंद्र ग्रहण 28 अक्तूबर 2023 को घटित हुआ था जोकि आंशिक ग्रहण था।
क्यों पड़ता है ग्रहण
ग्रहण तब होता है जब एक खगोलीय पिंड दूसरे से आने वाले या उस तक जाने वाले प्रकाश को अवरुद्ध कर देता है। चंद्र ग्रहण के दौरान ,चंद्रमा सूर्य द्वारा डाली गई पृथ्वी की छाया में आ जाता है।
किन राशियों के लिए शुभ रहेगा ग्रहण
ज्योतिषाचार्य के अनुसार यह ग्रहण कुंभ राशि शतभिषा नक्षत्र के ऊपर रहेगा, जिनकी राशि कुंभ है। उन्हें ग्रहण नहीं देखना चाहिए। मीन राशि वाले को भी यह ग्रहण नहीं देखना चाहिए। यह मेष,वृषभ,कन्या और धनु राशि वालों के लिए श्रेष्ठ रहेगा। श्रेष्ठ फल कारक रहेगा। मिथुन,सिंह,तुला,मकर राशि वालों के लिए सामान्य रहेगा। कर्क,वृश्चिक,मीन,कुंभ राशि वालों के लिए खराब रहेगा। इन राशि वाले जातकों को ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें
- ग्रहण के दौरान भोजन ग्रहण न करें।
- ग्रहण के समय पूजा या आरती न करें।
- चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान की मूर्ति को न छूएं।
- ग्रहण के समय खाना बनाने से परहेज करें।
- ग्रहण के समय सोने से भी परहेज करें।
- चंद्र ग्रहण के समय नकारात्मक जगहों पर न जाएं।