नए भारत की बेटियों ने रचा इतिहास, वुमेंस वर्ल्ड कप में बना दिया रन चेज का वर्ल्ड रिकॉर्ड
नए भारत की बेटियों ने वुमेंस वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में सात बार की विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर न सिर्फ फाइनल में जगह बनाई, बल्कि महिला वनडे विश्व कप के इतिहास की सबसे बड़ी रन चेज (Run Chase) का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।;
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। नए भारत की बेटियों ने वुमेंस वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में सात बार की विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर न सिर्फ फाइनल में जगह बनाई, बल्कि महिला वनडे विश्व कप के इतिहास की सबसे बड़ी रन चेज (Run Chase) का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।
जेमिमा रोड्रिग्स के शानदार शतक (127 नाबाद) और कप्तान हरमनप्रीत कौर के दमदार अर्धशतक (89 रन) की बदौलत भारत ने 339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए 5 विकेट से जीत दर्ज की। भारत की यह जीत वुमेंस क्रिकेट इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज हो गई है।
सबसे बड़ी रन चेज, नया विश्व रिकॉर्ड
अब तक महिला विश्व कप के नॉकआउट मैचों में किसी टीम ने 250 से ज्यादा रन का टारगेट चेज नहीं किया था। लेकिन टीम इंडिया ने इस मिथक को तोड़ते हुए 339 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया। इस जीत के साथ तय हो गया कि वुमेंस वर्ल्ड कप 2025 को एक नया चैंपियन मिलेगा क्योंकि फाइनल में पहुंची दोनों टीमें—भारत और साउथ अफ्रीका—अब तक विश्व कप नहीं जीत पाई हैं।
भारतीय टीम तीसरी बार विश्व कप फाइनल में पहुंची है। पहले दो मौकों पर भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार टीम का इरादा साफ है—ट्रॉफी अपने नाम करना।
वुमेंस वनडे क्रिकेट में भी सबसे बड़ी रन चेज
यह सिर्फ वुमेंस वर्ल्ड कप ही नहीं बल्कि वुमेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट की भी सबसे बड़ी रन चेज है। इससे पहले इसी टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 331 रनों का लक्ष्य चेज करके रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब भारतीय टीम ने छीन लिया है।
श्रीलंका की टीम ने भी 302 रनों का पीछा किया था, लेकिन भारत ने अब 339 रनों के साथ इतिहास में अपना नाम दर्ज कर दिया। यह भारतीय महिला टीम का वनडे इतिहास में पहली बार है जब उन्होंने दूसरी पारी में इतने बड़े स्कोर का पीछा किया है।
मुकाबले का पूरा हाल
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी। उनकी टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में सभी विकेट खोकर 338 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए फोएबे लिचफील्ड ने शानदार 119 रन, एलिस पैरी ने 77 रन और एश्ली गार्डनर ने 63 रन बनाए। भारत के लिए श्री चरणी और दीप्ति शर्मा ने 22 विकेट हासिल किए।
जब भारतीय टीम मैदान में उतरी, तो शुरुआत अच्छी नहीं रही। 13 और 59 के स्कोर पर दो विकेट गिर गए। लेकिन इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रोड्रिग्स के बीच 150 से अधिक रनों की साझेदारी हुई जिसने भारत की जीत की नींव रख दी।
हरमनप्रीत 89 रन बनाकर आउट हुईं, जबकि जेमिमा ने शानदार 127 रन की नाबाद पारी खेली।
दीप्ति शर्मा ने 17 गेंदों में 24 रन और ऋचा घोष ने 16 गेंदों में 26 रन बनाए। अमनजोत कौर ने 8 गेंदों में 15 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई।
टीम इंडिया ने 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर लक्ष्य हासिल करते हुए 5 विकेट से मैच जीत लिया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारतीय महिला क्रिकेट ने साबित कर दिया कि वे किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटतीं।
अब नजरें फाइनल पर
अब पूरा देश भारतीय महिला टीम से फाइनल में ट्रॉफी जीतने की उम्मीद लगाए बैठा है। यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट की नई दिशा और ताकत का प्रतीक है।
नए भारत की बेटियों ने फिर दिखा दिया है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।