Delhi Ncr: देश का पहला अर्बन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे पर 17 अगस्त से फर्राटा भरेंगे वाहन, यात्रा होगी ट्रैफिक फ्री

द्वारका एक्सप्रेसवे से वसंत कुंज के नेल्सन मंडेला मार्ग तक 5 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब टनल अभी निर्मेणाधीन है, जिस पर करीब 3,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे;

By :  Aryan
Update: 2025-08-15 16:00 GMT

नई दिल्ली। देश को बुनियादी स्तर से नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए, भारत को आठ लेन वाला अर्बन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे मिलने जा रहा है। 17 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा इसका उद्घाटन किया जाएगा। यह आधुनिक एक्सप्रेसवे द्वारका एक्सप्रेसवे के तहत बनाया गया है, जिसकी लागत लगभग 9,000 करोड़ की रुपये है।

अब एयरपोर्ट पहुंचना होगा आसान

एक्सप्रेसवे दिल्ली के महिपालपुर से शुरू होकर गुरुग्राम के खेड़कीदौला टोल प्लाजा तक फैला हुआ है। इसके तहत 3.6 किलोमीटर लंबी आठ लेन की अर्बन टनल आती है, जो देश की सबसे चौड़ी शहरी सुरंग मानी जा रही है। यह टनल सीधे द्वारका तथा यशोभूमि को IGI एयरपोर्ट से जोड़ेगी। यात्रियों को अब महिपालपुर एवं वसंत विहार जैसे ट्रैफिक से भरे रूटों से गुजरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सुरंग CCTV कैमरे, कंट्रोल रूम, इमरजेंसी एग्जिट तथा वेंटिलेशन जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं से लैश हैं। सुरक्षा के मद्देनजर इसमें 4.5 मीटर से ऊंचे वाहन, दोपहिया, तिपहिया और ज्वलनशील पदार्थ वाले टैंकरों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।

तीसरा रिंग रोड का विकास

इसके अलावा अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का भी विकास किया जा रहा है, जिसे दिल्ली का तीसरा रिंग रोड बोला जा रहा है। यह मार्ग 76 किलोमीटर लंबा जो कि लगभग 7,716 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। यह अलीपुर से द्वारका सेक्टर-24 तक जाएगा तथा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधा कनेक्शन देगा, जिससे दिल्ली के अंदरूनी इलाकों पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। भबिष्य में UER-2 को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए 17 किलोमीटर लंबा नया खंड बनाया जाएगा, जिसकी लागत करीब 3,350 करोड़ रुपये होगी तथा 2026 तक यह पूरा होने की उम्मीद है।

5 किलोमीटर वाली ट्विन- टयूब टनल निर्माणाधीन है

द्वारका एक्सप्रेसवे से वसंत कुंज के नेल्सन मंडेला मार्ग तक 5 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब टनल अभी निर्मेणाधीन है। जिस पर करीब 3,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस टनल से दक्षिण-पश्चिम दिल्ली का ट्रैफिक जाम कम होगा तथा IGI एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान होगा। इस पूरे प्रोजेक्ट से दिल्ली, गुरुग्राम, द्वारका, वसंत कुंज, सोनीपत, पानीपत, फरीदाबाद, मानेसर तथा चंडीगढ़ जैसे शहरों के यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा। ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा।


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