दिल्ली के ‘डर्टी बाबा’ पर गवाह धमकाने का नया आरोप, कोर्ट ने भेजा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
पहले से ही 17 छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और यौन शोषण जैसे गंभीर आरोपों में फंसे इस 62 वर्षीय आरोपी पर अब गवाह को धमकाने की धारा भी जोड़ दी गई है।;
दिल्ली के कुख्यात स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद सरस्वती, जिन्हें लोग अब 'डर्टी बाबा' के नाम से पहचान रहे हैं, के खिलाफ नए आरोप जुड़ गए हैं। पहले से ही 17 छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और यौन शोषण जैसे गंभीर आरोपों में फंसे इस 62 वर्षीय आरोपी पर अब गवाह को धमकाने की धारा भी जोड़ दी गई है।
नया आरोप और धारा जोड़ी गई
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में बताया कि चैतन्यानंद पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 232 भी लागू कर दी गई है। यह धारा किसी गवाह को झूठी गवाही देने या सच छिपाने के लिए धमकाने से जुड़ी है।
एक शिकायतकर्ता छात्रा ने आरोप लगाया कि FIR दर्ज होने के बाद उसे धमकियां मिलीं। इससे पहले चैतन्यानंद पर धारा 75(2) (यौन उत्पीड़न), धारा 79 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कार्य), और धारा 351(2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज था।
कोर्ट की कार्यवाही और वकील की दलीलें
पांच दिन की पुलिस हिरासत के बाद शुक्रवार को बाबा को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
वहीं, उनके वकील ने पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि "न्यायिक हिरासत की मांग किस आधार पर की जा रही है?" उन्होंने दावा किया कि यह पूरा मामला साजिश है और पुलिस मीडिया को चुनिंदा जानकारी लीक कर रही है।
वकील ने यह भी मांग की कि चैतन्यानंद को भगवा वस्त्र, दवाइयां और सन्यासी भोजन उपलब्ध कराया जाए। कोर्ट ने इस पर पुलिस से जवाब मांगा है।
गिरफ्तारी और संपत्ति का खुलासा
पुलिस ने 28 सितंबर को बाबा को आगरा से गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया कि उनके पास 8 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा थी, जिन्हें पुलिस ने फ्रीज कर दिया।
हैरान करने वाली बात यह है कि FIR दर्ज होने के बाद भी उन्होंने अपने खातों से 50 लाख रुपये से अधिक की निकासी की थी।
फर्जी पहचान और झूठे दावे
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि बाबा फर्जी पहचान का इस्तेमाल करते थे। उनके पास से कई नकली विजिटिंग कार्ड मिले, जिनमें वे खुद को United Nations और BRICS से जुड़ा हुआ बताते थे। साथ ही, उन्होंने अलग-अलग नामों और विवरणों से कई बैंक खाते भी खोले हुए थे।
छात्राओं से अश्लील हरकतों के आरोप
FIR के मुताबिक, चैतन्यानंद एक निजी प्रबंधन संस्थान के पूर्व चेयरमैन रहे हैं। आरोप है कि वे छात्राओं को देर रात अपने क्वार्टर बुलाते थे और उन्हें अश्लील मैसेज भेजते थे। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने फोन में CCTV मॉनिटरिंग ऐप इंस्टॉल कर रखा था, जिसके जरिए वे छात्राओं की गतिविधियों पर नजर रखते थे।
इस पूरे मामले ने दिल्ली में सनसनी फैला दी है। पुलिस अब गवाहों की सुरक्षा और संपत्ति की जांच पर फोकस कर रही है, जबकि कोर्ट की अगली सुनवाई का सबको इंतजार है।