श्रीनगर के नौगाम में हुए ब्लास्ट पर DGP का बयान आया सामने, बोले- कोई आतंकवादी हमला नहीं, सिर्फ एक हादसा...
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर एक बड़ा ब्लास्ट हो गया। विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई है जबकि 29 लोग घायल हैं। साथ ही इमारत को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि थाना परिसर में जब्त किया गया अमोनियम नाइट्रेट रखा था, जिसकी जांच फॉरेंसिक टीम कर रही थी। ऐसे में डीजीपी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यह कोई आतंकवादी हमला नहीं था, सिर्फ हादसा है।
क्या बोले डीजीपी
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने कहा कि सैंपलिंग के दैरान हादसा हो गया। यह सिर्फ एक हादसा था। DGP ने आगे कहा कि दुभाग्यपूर्ण घटना हुई है। इसकी जांच की जा रही है। FSL टीम सैंपल लेकर जांच कर रही थी जिससे यह हादसा हो गया।
"थाना नौगाम की एफआईआर संख्या 162/2025 की जांच के दौरान, 9 और 10 नवंबर, 2025 को फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, रसायन और रीजेंट भी बरामद किए गए। यह बरामदगी, बाकी बरामदगी की तरह, पुलिस स्टेशन नौगाम के खुले क्षेत्र में सुरक्षित रूप से ले जाई गई और रखी गई। निर्धारित प्रक्रिया के तहत, बरामदगी के नमूनों को आगे की फोरेंसिक और रासायनिक जांच के लिए भेजा जाना था। बरामदगी की विशाल प्रकृति के कारण, यह प्रक्रिया पिछले 2 दिनों से, यानी कल और परसों से, एफएसएल टीम द्वारा चल रही थी। बरामदगी की अस्थिर और संवेदनशील प्रकृति के कारण, नमूना लेने की प्रक्रिया और हैंडलिंग एफएसएल टीम द्वारा अत्यंत सावधानी के साथ की जा रही थी। हालांकि, दुर्भाग्य से, इस दौरान, कल रात लगभग 11.20 बजे, एक आकस्मिक विस्फोट हुआ। इस घटना के कारण के बारे में कोई अन्य अनुमान लगाना अनावश्यक है।
9 लोगों की जान जाने की भी पुष्टि
इस घटना में 9 लोगों की जान चली गई है। इनमें एसआईए का 1 जवान, एफएसएल टीम के 3 जवान, क्राइम सीन के 2 फोटोग्राफर, मजिस्ट्रेट की टीम में शामिल 2 राजस्व अधिकारी और टीम से जुड़ा 1 दर्जी शामिल हैं। इसके अलावा, आस-पास के इलाकों से 27 पुलिसकर्मी, 2 राजस्व अधिकारी और 3 नागरिक घायल हुए हैं, जिन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस स्टेशन की इमारत को बहुत नुकसान पहुंचा है और आस-पास की इमारतें भी प्रभावित हुई हैं। इस नुकसान की गंभीरता का पता लगाया जा रहा है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की जांच की जा रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस इस दुख की घड़ी में मृतकों के परिवारों के साथ खड़ी है।"