पूर्व मंत्री सत्येन्द्र कुमार जैन की ED ने 7.44 करोड़ की संपत्ति की अटैच! जानें क्या है मामला
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र कुमार जैन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक बार फिर से उनकी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। ईडी ने पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन की 7.44 करोड़ रुपये की बेनामी प्रॉपर्टी को अस्थायी रूप से अटैच कर लिया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत की गई है।
मंत्री रहते हुए अपनी आमदनी से कहीं ज्यादा संपत्ति बनाई
दरअसल, ईडी की जांच सीबीआई की 24 अगस्त 2017 को दर्ज की गई FIR के आधार पर है। इसमें आरोप था कि मंत्री रहते हुए सत्येन्द्र जैन ने अपनी आमदनी से कहीं ज्यादा संपत्ति बनाई। ईडी ने इससे पहले 31 मार्च 2022 को जैन से जुड़ी कंपनियों की 4.81 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की थी। 27 जुलाई 2022 को अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी। इस पर अदालत ने संज्ञान भी लिया था।
अदालत ने माना ये कंपनियां असल में सत्येन्द्र जैन की
दरअसल, जांच में सामने आया कि नोटबंदी के तुरंत बाद सत्येन्द्र जैन के करीबी अंकुश जैन और वैभव जैन ने दिल्ली के बैंक ऑफ बड़ौदा, भोगल ब्रांच में 7.44 करोड़ रुपये कैश जमा किए थे। यह पैसा उन्होंने इनकम डिस्क्लोजर स्कीम के तहत एडवांस टैक्स के रूप में भरा था। वहीं उन्होंने दावा किया कि यह पैसा उनकी चार कंपनियों अकिनचन डेवेलपर्स, प्रयास इंफोसोल्यूशंस, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स और इंडो मेटल इम्पेक्स से आया है। लेकिन, आयकर विभाग और अदालतों ने माना कि ये कंपनियां असल में सत्येन्द्र जैन की ही हैं और अंकुश-वैभव सिर्फ उनके बेनामी हैं।
12.25 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच
बता दें कि ईडी ने यह जानकारी सीबीआई को भी दी, जिसके आधार पर सीबीआई ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की और जैन की बेनामी संपत्ति का आंकड़ा और बढ़ा दिया। अब ईडी ने 7.44 करोड़ की और संपत्ति अटैच कर ली है। इस तरह अभी तक कुल 12.25 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच हो चुकी है।