महिला डॉक्टर ने हथेली पर सुसाइड नोट लिखकर होटल में की आत्महत्या, पांच माह से पुलिसकर्मी कर रहा था रेप, CM तक बात पहुंची

सतारा पुलिस के दो कर्मियों ने पिछले पांच महीनों से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उपनिरीक्षक गोपाल बडाने ने कई बार दुष्कर्म किया;

Update: 2025-10-24 12:46 GMT

सतारा। जिस कानून के रखवालों को हम अपना रक्षक मानते है, वहीं भक्षक बन जाएं तो यह कितना निंदनीय होता है। ऐसी ही एक खौफनाक घटना महाराष्ट्र के सतारा जिले से सामने आई है। दरअसल महाराष्ट्र के सतारा में सरकारी अस्पताल की एक महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। उसने अपनी हथेली पर सुसाइड नोट लिखकर दो पुलिसकर्मियों पर दुष्कर्म और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया। जिसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोनों आरोपियों को तत्काल निलंबित करने और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

होटल के कमरे में फांसी से लटका हुआ मिला शव

जानकारी के अनुसार, महिला डॉक्टर का शव गुरुवार देर रात फलटन स्थित एक होटल के कमरे में फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला। इस बात की सूचना होटल स्टाफ ने पुलिस को दी थी। जिसके बाद पुलिस ने सर्तकता दिखता हुए जांच शुरू की। मृतका मूल रूप से बीड जिले की रहने वाली थी और पिछले कुछ महीनों से फलटन के सरकारी अस्पताल में कार्यरत थी।

हथेली पर लिखा सुसाइड नोट

बता दें कि महिला डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि सतारा पुलिस के दो कर्मियों ने उसे पिछले पांच महीनों से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उसने अपने हाथ पर लिखे सुसाइड नोट में बताया कि उपनिरीक्षक गोपाल बडाने ने कई बार उसका दुष्कर्म किया, जबकि पुलिसकर्मी प्रशांत बंकर लगातार मानसिक उत्पीड़न करता रहा।

पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव

पुलिस ने दोनों के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और सुसाइड नोट में दर्ज आरोपों की जांच की जा रही है।

देवेंद्र फडणवीस ने दिए कार्रवाई के आदेश

मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तुरंत सतारा के पुलिस अधीक्षक से बात की और दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों के तत्काल निलंबन का आदेश दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि फडणवीस ने गृह विभाग के प्रमुख के तौर पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं ताकि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा न जाए।

महिला आयोग ने दिखाई सक्रियता

इस पूरी घटना पर महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने भी सक्रियता दिखाई। उन्होंने कहा कि आयोग ने सतारा पुलिस को कड़े निर्देश जारी किए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। चाकणकर ने कहा कि इस अमानवीय घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। महिला की मौत को न्याय मिलेगा।

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