दीपू चंद्र दास की हत्या के मामले में चार आरोपियों ने कुबूला जुर्म, छह की गिरफ्तारी
नई दिल्ली। बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की हत्या के मामले को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल चार आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस ने गुरुवार को कपड़ा कारखाने में काम करने वाले दीपू चंद्र दास की हत्या के मामले में छह और लोगों को गिरफ्तार किया है।
कौन है छह आरोपी
जानकारी के मुताबिक इनमें सुनामगंज का 22 वर्षीय तकबीर है, ठाकुरगांव का 42 वर्षीय रुहुल अमीन, सदर उपजिला का 33 वर्षीय नूर आलम, तारकंडा उपजिला का 28 वर्षीय शमीम मियां, नोआखाली का 22 वर्षीय सलीम मियां, मदारीपुर जिले का 23 वर्षीय मासूम खलाशी के नाम शामिल हैं। अब तक इस केस में कुल 18 आरोपियों की गिरफ्तारियां हुईं हैं। दीपू चंद्र दास की हत्या के केस में चार आरोपियों में तारिक हुसैन, मानिक मियां, निजामुल हक और अजमल छागिल ने कोर्ट में अपना जुर्म कबूल लिया है। आरोपियों ने वरिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज कराया है।
दीपू के बाद एक और हिंदु युवक के साथ लिंचिंग का केस
दीपू के बाद तारिक रहमान के देश में लौटेने के बाद यह मामला सामने आया। बांग्लादेश के राजबाड़ी जिले के पांग्शा उपजिला में होसेंडांगा पुराने बाजार क्षेत्र में रात को भीड़ ने हिन्दू युवक अमृत मंडल की हत्या कर दी गई। भीड़ ने अमृत मंडल की जमकर पिटाई कर डाली। पुलिस ने उन्हें गंभीर हालत में बचाया और अस्पताल पहुंचाया. यहां पर रात करीब 2 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
क्या था पूरा मामला
बता दें कि दीपू चंद्र दास की हत्या 18 दिसंबर, 2025 को बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले के भालुका में एक उग्र भीड़ द्वारा की गई थी। 27 वर्षीय दीपू एक स्थानीय गारमेंट फैक्ट्री में काम करते थे। दीपू पर इस्लाम के अपमान का आरोप लगाया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, कार्यस्थल पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था कि अंधविश्वास हर धर्म में होता है। जिसे भीड़ ने पैगंबर के अपमान के रूप में प्रचारित किया। जिसके बाद उग्र भीड़ ने उन्हें बेरहमी से पीटा, जिसके बाद उनके शव को एक पेड़ से लटका दिया गया और आग लगा दी गई। सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो भी वायरल हुए।