मोती नगर में महिला से हीरे की अंगूठी लूटने वाले दो नकली साधु समेत चार गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर इलाके में महिला से हीरे की अंगूठी छीनने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपी खुद को साधु बताकर लोगों को धोखा देते थे।;
दिल्ली पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर इलाके में महिला से हीरे की अंगूठी छीनने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपी खुद को साधु बताकर लोगों को धोखा देते थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विनोद कामत (50), बीरजू (45), उसका बेटा कबीर (19) और गुरचरण सिंह (57) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, विनोद और कबीर के खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।
घटना कैसे हुई:
1 अगस्त को एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि वह बाइक टैक्सी से मोती नगर से कनॉट प्लेस जा रही थी। शादीपुर फ्लाईओवर के रेड लाइट पर तीन लोग, जो 'बाबा' के वेश में थे और शरीर पर भस्म लगाए हुए थे, उसके वाहन के पास आए और भीख मांगने लगे।
महिला ने उन्हें ₹200 दिए, लेकिन उनमें से एक ने अचानक उसकी उंगली से हीरे और सोने की अंगूठी छीन ली और अपने साथियों के साथ मौके से फरार हो गया।
पुलिस की कार्रवाई:
पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त विचित्र वीर ने बताया कि मामले की जांच शुरू होने के बाद पुलिस ने इलाके के CCTV फुटेज खंगाले, जिसमें आरोपी ऑटो रिक्शा में भागते नजर आए।
ऑटो रिक्शा के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस विनोद कामत तक पहुंची और उसे अशोक पार्क मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथियों कबीर और बीरजू के बारे में जानकारी दी, जिन्हें पंजाबी बाग की झुग्गियों से गिरफ्तार किया गया।
चोरी की गई अंगूठी का क्या हुआ:
आरोपियों ने खुलासा किया कि चोरी की गई अंगूठी को GTB नगर स्थित सुनार गुरचरण सिंह को ₹26,000 में बेचा गया था। पुलिस ने गुरचरण सिंह की दुकान पर छापा मारा और उसे भी गिरफ्तार कर लिया। उससे पिघला हुआ सोना और अंगूठी से निकाले गए 61 छोटे हीरे बरामद किए गए।
अन्य खुलासे:
जांच में सामने आया कि विनोद कामत इस गैंग को परिवहन सुविधा देता था, जबकि कबीर बीरजू का बेटा है। बीरजू का भाई अमर अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल किया गया ऑटो रिक्शा, बाबाओं की पोशाक और मेकअप किट भी बरामद कर ली है।