Friendship Day 2025: आज मजबूत करें अपनी दोस्ती का अनोखा बंधन, इन बातों से परखें अपनी दोस्ती की गहराई ...
दोस्ती को मजबूत करने वाला दिन;
नई दिल्ली। वैसे तो सच्चे दोस्तों के लिए हर दिन खास होता है । लेकिन फ्रेंडशिप डे दोस्तों के बीच अटूट बंधन का जश्न मनाने का एक मौका है। यह दुनिया भर में मनाया जाने वाला प्यारा सा दिन है।
प्यार के प्रतीक के रूप में दोस्त की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड बांधा जाता है
आधुनिक युग में इस दिन दोस्त एक-दूसरे को उपहार देते हैं। विशेष पार्टी का आयोजन करते हैं, कुछ लोग बाहर घूमने भी जाते हैं। इस अवसर को अपनी दोस्ती को मजबूत करने के लिए और प्यार के प्रतीक के रूप में अपने दोस्त की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड बांधा जाता है।
सच्चे दोस्त आपका सहारा होते हैं, लेकिन सच्ची दोस्ती की पहचान कैसे करें
आपका दोस्त आपकी कामयाबी में साथ खड़ा होता है या नहीं। आपके फ्रेंडलिस्ट में कई ऐसे लोग होंगे, जिन्हें आप अपना दोस्त समझते हैं। लेकिन आपकी दोस्ती कितनी सच्ची है और कितनी हेल्दी है। पहले दोस्त की इन तरीकों से पहचान करें, दोस्ती करने में जल्दबाजी ना दिखाएं।
सच्चे दोस्त आपकी अच्छाइयों के साथ-साथ कमियों को भी अपनाते हैं
सच्चे दोस्त आपकी अच्छाइयों के साथ-साथ कमियों को भी अपनाते हैं। बिना किसी भेदभाव के आपसे दोस्ती का रिश्ता निभाते हैं। ऐसा दोस्त जो आपकी भावनाओं को समझे, जिसके साथ आप अपनी गोपनीय बात को भी साझा कर सकें।
जो आपकी पसंद-नापसंद का ध्यान रखे
सच्चा दोस्त वो होता है जो आपकी पसंद-नापसंद का ध्यान रखे।
सच्चा दोस्त आपकी भूलों को सुधारते हैं
वैसा साथी जो आपसे हुई भूलों पर आपसे नाराज नहीं होता है। बल्कि आपका साथ देकर उनमें सुधार करता है।
सच्चा दोस्त खुशियां देता है
वैसा दोस्त जिनके साथ समय बिताकर मन हल्का हो सके । सच्चा मित्र हमेशा खुशियां देता है। वहीं झूठे दोस्त आपकी खुशियां छीन लेते हैं।
जिस दोस्त से आप बेझिझक बात कर सकें
जिस दोस्त से आप बेझिझक बात कर सकें। जिनसे आप अपने दिल की बात शेयर कर सकें।
सच्चे दोस्त ही सुख-दुख के साथी होते हैं
सच्चे दोस्त ही सुख-दुख के साथी होते हैं। जरूरत पड़ने पर आपका साथ देता है या नहीं। हर वो इंसान खुशनसीब है, जिनके पास सच्चा दोस्त होता है। इस तरह से आप अपनी दोस्ती की गहराई को परख सकते हैं।
अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है
कुछ देशों में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाते हैं, जबकि अन्य देशों में संयुक्त राष्ट्र द्वारा अधिकृत तिथि का पालन करते हैं।
तिथि चाहे जो भी हो, मकसद एक ही होता है। दोस्ती के अद्भुत रिश्तों को मजबूत करना और उनका जश्न मनाना जो हमारे जीवन को खूबसूरत बनाते हैं।
दोस्त जिंदगी का अहम हिस्सा होते हैं
दोस्त के बिना ये जिंदगी अधूरी सी लगती है। दोस्त हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा होते हैं। दोस्ती हो तो कृष्ण और सुदामा जैसी।