एक करोड़ का सोना पेट में! सोने का कैप्सूल पेट में फंसने पर उठता है तेज दर्द, गिरोह में डॉक्टर भी...
अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी के गिरोह ने चारों तस्करों को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेजा था।;
मुरादाबाद। अंतरराष्ट्रीय सोना तस्कर गिरोह में फाइनेंसर, डॉक्टर और ट्रैवल एजेंट भी शामिल हैं। मंडलभर में यह नेटवर्क फैला है। पुलिस ने केस में नौ फाइनेंस, डॉक्टर, ट्रेवल एजेंट को भी आरोपी बनाया है। बता दें कि इस गिरोह में मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा और संभल के लोग भी जुड़े हैं, जिनसे फाइनेंसर विदेश से सोना मंगवा रहे हैं। सोना लाने वाले कई लोग अब भी दुबई में मौजूद हैं। सोना तस्करों से पूछताछ में पता चला है कि उन्होंने कई बार यात्रा की है। अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी के गिरोह ने चारों तस्करों को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेजा था।
चारों सोना तस्करों से पूछताछ
पुलिस की गिरफ्त में आए चारों सोना तस्करों से पूछताछ में पता चला है कि यह लोग रामपुर के टांडा थाना क्षेत्र के हाजीपुरा निवासी फाइनेंसर जाहिद मेंबर, टांडा के मोहल्ला पड़ाव निवासी मो. रिजवान, टांडा के आजाद नगर निवासी मो. हारुन, हाजीपुरा निवासी हाजी शरीफ, टांडा के मोहल्ला हाजीपुरा निवासी हाजी अनीस, हाजीपुरा निवासी जुनैद, मोहल्ला रांद निवासी वसीम, नज्जीपुरा निवासी गुड्डू, टांडा निवासी पप्पू के लिए काम करते हैं।
गिरोह में डॉक्टर और ट्रैवल एजेंट भी शामिल
आने जाने और खाने पीने का पूरा खर्चा फाइनेंसर ही उठाते हैं। गिरोह में डॉक्टर और ट्रैवल एजेंट भी शामिल हैं। आरोपियों ने बताया कि कभी-कभी उनके पेट में कैप्सूल फंस जाते हैं, तब पेट में बहुत ज्यादा दर्द होता है। इसके बाद फाइनेंसर ही डॉक्टरों को बुलाते हैं और इलाज कराते हैं।
सऊदी अरब से लौटे दोनों लोगो की कोई भूमिका नहीं
बता दें कि बदमाशों के चंगुल से बचाए गए मो. नावेद और जाहिद की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। अल्ट्रासाउंड में उनके पेट में कोई भी सोना नहीं निकला। इसके अलावा वह दुबई नहीं, बल्कि सऊदी अरब से आए थे। उन्हें इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी। एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया कि नावेद और जाहिद की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
इन धाराओं में दर्ज किया गया केस
मूंढापांडे थाने में अपराध निरीक्षण जितेंद्र कुमार की ओर से चारों तस्करों और नौ नामजद फाइनेंसरों और कुछ अज्ञात के खिलाफ बीएनएस की धारा 111, 318(4), 338, 336(3), 340 और 135 कस्टम एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
99.9 प्रतिशत शुद्ध है सोना
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि बरामद सोने की जांच कराई गई है, जिसमें पता चला कि बरामद सोना 99.9 प्रतिशत शुद्ध है।
टूरिस्ट वीजा पर दुबई गए थे तस्कर
जानकारी के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी के गिरोह ने चारों तस्करों को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेजा था। साथ ही यह तस्कर अलग-अलग तारीख में दुबई गए और अलग-अलग तारीख में ही वापस आए। इसके बाद सभी मुंबई में इकट्ठे हुए और वहां से एक साथ टांडा लौट रहे थे। आरोपी शाने आलम पांच माह में पांच बाद दुबई जा चुका है। वह 19 मई को दुबई गया था और 22 मई को दुबई से मुंबई आया था। इसके अलावा मुत्तलिब दस बार दुबई जा चुका है। इस बार 17 मई को दुबई गया और 21 मई को दुबई से लौटा था। इसके बाद वह मुंबई से दिल्ली तक फ्लाइट से आया था। अजहरुद्दीन नौ बार दुबई जा चुका है। वह 19 मई को दुबई गया और तीन दिन बाद ही 22 मई को लौट आया। जुल्फेकार दो साल में 20 बार दुबई जा चुका है। अंतिम बार वह 19 मई को दुबई गया था और वहां से 23 मई को फ्लाइट से मुंबई और मुंबई से दिल्ली पहुंचा था।
पुलिस ने आरोपियों की यात्रा की जानकारी
पुलिस ने आरोपियों की यात्रा की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। इसके लिए पुलिस ने इमिग्रेशन डिपार्टमेंट से संपर्क किया। एयरपोर्ट पर तैनात रहने वाले एमिग्रेशन डिपार्टमेंट की चौकियां हैं। इसके अलावा पुलिस ने रिपोर्ट तैयार कर कस्टम विभाग को भेज रही है।