भारत नेपाल बार्डर पर बढ़ा पहरा! काठमांडू में मरने वाले प्रदर्शनकारियों की लगातार बढ़ रही संख्या, कर्फ्यू से भी नहीं सुधर रहे हालात

इस आंदोलन में पुलिस और GNE-Z के बीच जमकर झड़प हो गई जिसमें 20 लोगों की मौत हो गई है जबकि 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं,कहा जा रहा है कि 4 पत्रकार भी घायल हैं।;

Update: 2025-09-08 13:10 GMT

नई दिल्ली। नेपाल की राजधानी काठमांडू में आज लाखों युवा सड़कों पर उतर आए और सरकार के द्वारा 26 लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन मुख्य रूप से GNE-Z के युवा कर रहे हैं, जो न केवल सोशल मीडिया बैन से नाराज हैं, बल्कि देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ भी विरोध जता रहे हैं। वहीं इस आंदोलन में पुलिस और GNE-Z के बीच जमकर झड़प हो गई जिसमें 20 लोगों की मौत हो गई है जबकि 100 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं,कहा जा रहा है कि 4 पत्रकार भी घायल हैं।

अब तक 20 लोगों की मौत

बता दें कि प्रदर्शन बढ़ता गया और जब कुछ प्रदर्शनकारी संसद भवन के पास की प्रतिबंधित जोन में प्रवेश करने की कोशिश करने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस, वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस दौरान कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायल प्रदर्शनकारियों को सिविल अस्पताल, एवरेस्ट अस्पताल और अन्य नजदीकी स्वास्थ्य सुविधाओं में भर्ती कराया गया है। हालांकि नेपाल के कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

कर्फ्यू का दायरा बढ़ा

वहीं वाओं के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए सरकार कर्फ्यू का दायरा लगातार बढ़ाते जा रही है। रुपन्देही, बुटवल और भैरहवा में अब कर्फ्यू लगा दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, इसके अलावा स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए नेपाल की सेना की ओर से सड़कों पर सैनिकों की संख्या में वृद्धि की गई है। भैरहवा भारत से लगने वाली सीमा पर ही स्थित शहर है।

नेपाल मानवाधिकार आयोग ने की निंदा

काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बाद नेपाल के बुटवल और भैरहवा शहरों में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है। कर्फ्यू सोमवार शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक लगाया गया है। हालांकि कहा जा रहा है कि कर्फ्यू का समय बढ़ाया जा सकता है। नेपाल मानवाधिकार आयोग ने युवा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कड़ी कार्रवाई की निंदा की है। आयोग ने कहा कि पुलिस और सरकार प्रदर्शनकारियों को दबाने के लिए अत्याधिक बल का प्रयोग किया। कभी आंसू गैस के गोले, रबर की गोलियां, कभी बैटन तो कभी पानी की तोप का इस्तेमाल किया गया।

जवानों को अलर्ट रहने के दिए निर्देश

नेपाल में हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने अपनी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) के तहत जवानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, सीमा पर तैनात जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि नेपाल से भारत आने-जाने वालों की पहचान सावधानी से जांचने को कहा गया है। ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।

युवाओं को कलाकारों का मिला साथ

बता दें कि नेपाल के युवाओं को कलाकारों की ओर से भी समर्थन मिलना शुरू हो गया है। अभिनेत्री केकी अधिकारी नेकाव्यात्मक पोस्ट कर समर्थन किया है। वहीं अभिनेत्री वर्षा राउत, वर्षा शिवकोटी, अनमोल केसी, प्रदीप खड़का, भोलाराज सपकोटा, गायिका एलिना चौहान, रचना रिमल और समीक्षा अधिकारी समेत कई कलाकारों ने एकजुटता व्यक्त की है। 

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