Himachal: बारिश का कहर जारी, मंडी में बादल फटने से तबाही मची, तीन की मौत, 30 से अधिक लापता

फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम लगातार अभियान चला रही है;

By :  Aryan
Update: 2025-07-01 04:18 GMT

मंडी। हिमाचल में बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। हिमाचल के मंडी जिले में बादल फटने से तबाही मच गई है। बादल फटने से तीन लोगों की मौत की सूचना है, वही 30 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। प्रशासनिक अधिकारी लगातार टीम के माध्यम से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। कई लोगों को रेस्क्यू कर बचाने की बात सामने आई है।

बादल फटने से मची तबाही

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मंगलवार तड़के बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई। करसोग, सराज और धर्मपुर उपमंडलों में आसमानी कहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। करसोग में जहां तीन की मौत हो गई, वहीं कई घर, गौशालाएं और वाहन मलबे में दबकर तबाह हो गए। कीतरपुर-मनाली फोरलेन पूरी तरह बंद हो गई है, जिससे यातायात पर असर पड़ा है। प्रशासन ने एहतियातन मंडी जिले के सभी शिक्षण संस्थानों में एक दिन की छुट्टी घोषित कर दी है।

30 से अधिक लोग लापता 

 सैकड़ों लोग सुरंगों व मार्ग पर जगह-जगह फंसे हुए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। आधी रात को भारी बारिश के बीच रघुनाथ का पद्धर में कुष्ठ रोगियों के आश्रम में पानी भर गया, जिससे वहां रह रहे लोगों की जान पर बन आई। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू अभियान चलाकर सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। यहां 12 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। अभी 30 लोग से अधिक गायब है।

लारजी और पंडोह डैम के गेट खोलने पड़े हैं

ब्यास नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। खतरे की आशंका को देखते हुए लारजी और डैहर जलविद्युत परियोजनाओं का बिजली उत्पादन बंद कर दिया गया है। इसके अलावा कोल डैम से भी 800 मेगावाट क्षमता वाले टरबाइन से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है ताकि डैम का संतुलन बना रहे। ब्यास नदी में पानी की आवक 1.68 लाख क्यूसेक तक पहुंच गई है। यानी हालात 2023 जैसे बनते दिख रहे हैं। धर्मपुर के लौंगनी में बादल फटने से 10 से अधिक घर व गौशाला पूरी तरह बह गए, जबकि पांच मवेशियों के मरने की सूचना है।

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