भारत ने फिर की पाकिस्तान के खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी, एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल होगा पाकिस्तान?
भारत का मानना है कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र से उत्पन्न आतंकवाद पर कार्रवाई करने में विफल रहा है;
नई दिल्ली। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने खिलाफ एक और बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर ली है। जानकारी के मुताबिक, भारत वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) के सामने पाकिस्तान को धन शोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण रोधी नियमों का पालन करने में विफल रहने के कारण उसे अपनी ‘ग्रे सूची’ में वापस लाने के लिए मजबूत मामला रखेगा।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक भारत इस मुद्दे को एफएटीएफ के समक्ष उठाएगा। भारत का मानना है कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र से उत्पन्न आतंकवाद पर कार्रवाई करने में विफल रहा है और वह बहुपक्षीय एजेंसियों से मिली धनराशि को हथियार और गोला-बारूद खरीदने में लगा रहा है।
क्या है एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट?
दरअसल, जो देश धन शोधन, आतंकवादी वित्तपोषण और प्रसार वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए अपने शासन में रणनीतिक कमियों को दूर करने में विफल रहते हैं और जिन पर कड़ी निगरानी रखी जाती है, उन्हें एफएटीएफ की ग्रे सूची में रखा जाता है। एफएटीएफ का काम मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के लिए मिलने वाली आर्थिक सहायता पर नजर रखना है। यह एक वैश्विक संस्था है। एफएटीएफ की पूर्ण बैठक साल में तीन बार (फरवरी, जून और अक्टूबर) होती है।
2018 में पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में रखा गया था। इसके बाद 2022 में एफएटीएफ ने पाकिस्तान को इस सूची से हटा दिया था। भारत ने हाल ही में पाकिस्तान को आईएमएफ के बेलआउट पैकेज की किश्त जारी करने का भी विरोध किया था।