INDIAN RAILWAYS: RAC टिकट बीच सफर में कंफर्म हो सकता है या नहीं... जानें रेलवे के नियम
रेलवे के नियम के मुताबिक RAC में यात्री को ट्रेन में चढ़ने का अधिकार मिल जाता है, लेकिन उसे पूरी बर्थ नहीं मिलती है।;
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे से रोजाना करोड़ों लोग सफर करते हैं। इन दिनों फ्लाइट से सफर करना मुश्किल हो गया है। इस वजह से अधिकतर लोग रेलवे की ओर रूख करते नजर आ रहे हैं। भीड़ बढ़ जाने की वजह से कुछ लोगों को RAC सीट मिलती है। RAC वैसी सीट होती है, जिसमें एक ही सीट के दो लोग दावेदार होते हैं। दूसरी भाषा में कहें तो एक ही सीट पर दो लोग सफर करते हैं। ऐसे में कई लोगों जिज्ञासा होती है, कि क्या यात्रा के दौरान भी RAC की सीट कन्फर्म हो सकती है?
RAC की सीट हो सकती है कन्फर्म
भारतीय रेलवे के नियम के मुताबिक, यदि किसी यात्री को RAC की सीट मिली है, तो वो सफर के दौरान फुल बर्थ में भी बदल सकती है। जैसे आपने जब रिजर्वेशन करवाया, तो आपको 38 RAC मिली थी, लेकिन जब चार्ट बना तो आपकी RAC 2 रह गई। अब आप इस RAC के साथ ट्रेन में सफर कर सकते हैं। इसके अलावा यदि ट्रेन चलने के बाद अगर दो लोगों ने टिकट कैंसिल करवा दी या फिर ट्रेन नहीं पकड़ पाए, जिनकी सीट कन्फर्म है। उस दौरान भी आपकी RAC कन्फर्म टिकट में बदल सकती है। ऐसा होने से आपको किसी के साथ आधी सीट शेयर करके सफर नहीं करना पडे़गा।
RAC में नहीं मिलती है पूरी बर्थ
रेलवे के नियम के मुताबिक RAC में यात्री को ट्रेन में चढ़ने का अधिकार मिल जाता है, लेकिन उसे पूरी बर्थ नहीं मिलती है। लेकिन यदि उसकी RAC कम है, तो उसकी सीट बीच सफर में भी कन्फर्म हो सकती है। दरअसल यात्रा के दौरान टीटी सबसे पहले चेक करता है कि कौन से कन्फर्म पैसेंजर्स ने ट्रेन बोर्ड नहीं किया या बीच सफर में उतर गए हैं। इन बर्थ्स को vacant मानकर, रेलवे नियमों के हिसाब से पहले RAC नंबर वाले यात्रियों को फुल बर्थ दी जाती है।