भारत का चीन के लिए बढ़ा एक्सपोर्ट, पांच महीनों में 50,112 करोड़ का सामान भेजा, जानें क्या है वजह
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच रिश्ते अब अच्छे हो रहे हैं। वहीं रिश्ते सुधरने के साथ दोनों देशों के बीच कारोबार भी बढ़ रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कारोबारी साल 2025-26 के पहले चार महीनों में चीन के लिए भारत के निर्यात में 20 परसेंट का उछाल आया है। चार महीनों में भारत ने चीन में 5.76 अरब डॉलर (करीब 50,112 करोड़ रुपये) के सामान भेजे हैं।
अमेरिकी टैरिफ भी एक बड़ी वजह हो सकती है
वहीं अमेरिकी टैरिफ भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है। हाल ही चीनी विदेश मंत्री वांग यी और उनके भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर के बीच नई दिल्ली में मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों ने कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बात की।
1.63 बिलियन डॉलर के शिखर पर पहुंचा
बता दें कि यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि में किए गए निर्यात के मुकाबले कहीं ज्यादा है, जो वैश्विक व्यापार बाधाओं के बावजूद लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है। दरअसल, इस साल मई में निर्यात 1.63 बिलियन डॉलर के शिखर पर पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी महीने में 1.32 बिलियन डॉलर से अधिक था जबकि अप्रैल में शिपमेंट एक साल पहले के 1.25 बिलियन डॉलर से बढ़कर 1.39 बिलियन डॉलर हो गया। हालांकि जून में निर्यात साल-दर-साल 17 परसेंट बढ़कर 1.38 बिलियन डॉलर हो गया। वहीं जुलाई में भारत ने 1.35 अरब डॉलर का निर्यात किया, जो एक साल पहले इसी महीने के 1.06 अरब डॉलर से ज्यादा है। यह ग्रोथ दोनों एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के बीच कारोबार के फिर से सुधार को दर्शाता है। भारत का चीन के साथ ऐतिहासिक रूप से उच्च व्यापार घाटा रहा है, जो वित्त वर्ष 2025 में 99.2 अरब डॉलर था।
पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात लगभग हुआ दोगुना
बता दें कि वित्त वर्ष 26 की अप्रैल-जून तिमाही में एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि-आधारित उत्पादों की मजबूत मांग के कारण निर्यात में तेजी देखी गई। पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात लगभग दोगुना होकर 883 मिलियन डॉलर हो गया जबकि इलेक्ट्रॉनिक सामान तीन गुना बढ़कर 521 मिलियन डॉलर हो गया। जैविक और अकार्बनिक रसायनों का निर्यात 16.3 परसेंट बढ़कर 335.1 मिलियन डॉलर हो गया और रत्न एवं आभूषणों के निर्यात में 72.7 परसेंट का उछाल आया। वहीं दूसरी ओर, भारत ने चीन से दवाइयां, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स, मशीनरी, केमिकल्स, प्लास्टिक और कई अन्य इंडस्ट्रियल गुड्स मंगाए। पिछले साल के मुकाबले इस साल हर महीने चीन के साथ भारत के व्यापारिक रिश्ते में अधिक सुधार देखने को मिल रहा है।