Iran War Alert 2025: ईरान को चारो तरफ से घेरा जा रहा...राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन बौखलाए! जारी किया वॉर अलर्ट
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि ईरान को केवल सीमा पर नहीं, बल्कि आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मोर्चे पर भी घेर लिया गया है।;
नई दिल्ली। दुनिया की नजरें एक बार फिर से खाड़ी देशों की पर टिकी हैं, जहां बारूद की गंध और युद्ध के शंखनाद ने शांति की उम्मीदों को खत्म कर दिया है। दरअसल ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे वैश्विक स्तर पर हड़कंप मच गया है। उन्होंने साफ कहा है कि ईरान इस समय किसी मामूली विवाद में नहीं, बल्कि अमेरिका, इजरायल और यूरोप की संयुक्त ताकत के साथ एक बड़े पैमाने की जंग में उलझा हुआ है। बता दें कि उनका यह बयान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की कल यानी सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ होने वाली बैठक से पहले आया है।
राष्ट्रपति मसूद का बयान
दरअसल राष्ट्रपति मसूद का यह बयान उस वक्त आया है जब इजरायल और अमेरिका के बीच ईरान पर दोबारा हमले को लेकर गुप्त बैठकों का दौर जारी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि आज की यह लड़ाई 1980 के दशक के उस खूनी ईरान-इराक युद्ध से कहीं अधिक जटिल और खतरनाक है। उस युद्ध में भी लाखों लोगों की जान गई थी। ईरान के अंदर जो डर का खौफ है उसका हकीकत राष्ट्रपति ने खुद बयां किया है।
ईरान को घुटने टेकने पर मजबूर करने के लिए चौतरफा किया जा रहा है हमला
ईरान के राष्ट्रपति पेजेशकियन ने अपने देश की मौजूदा हालत का कच्चा चिट्ठा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि पहले के युद्धों में दुश्मन साफ होता था, मिसाइलें कहां गिर रही हैं और जवाब कहां देना है, यह हमें मालूम होता था। लेकिन आज ईरान को केवल सीमा पर नहीं, बल्कि आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक मोर्चे पर भी घेर लिया गया है। पश्चिमी देश ईरान को अपने पैरों पर खड़ा होते नहीं देखना चाहते, इसलिए वे सुरक्षा से लेकर व्यापार तक हर रास्ते में अड़चनें पैदा कर रहे हैं। मसूद के मुताबिक यह एक ऐसा 'अदृश्य युद्ध' है जिसमें ईरान को घुटने टेकने पर मजबूर करने के लिए चौतरफा हमला किया जा रहा है।
ट्रंप से मिलेंगे नेतन्याहू
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका दौरे पर जाने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक, नेतन्याहू ट्रंप को ईरान के उन सैन्य ठिकानों की जानकारी दे सकते हैं जिन्हें इजरायल आने वाले दिनों में निशाना बनाना चाहता है। जानकारी के अनुसार, ईरान चुपके-चुपके अपनी बैलिस्टिक मिसाइलों का जखीरा फिर से तैयार कर रहा है और क्षतिग्रस्त हो चुके अपने डिफेंस सिस्टम की मरम्मत में जुटा है। इजरायल ने अमेरिका को आगाह किया है कि ईरान का हालिया मिसाइल अभ्यास किसी बड़े हमले का ट्रेलर हो सकता है, जिससे इजरायल की सुरक्षा को गंभीर खतरा है।