सत्य नडेला-सुंदर पिचाई को छोड़ा पीछे! जयश्री उल्लाल बनीं भारतीय मूल की अमीर CEO, जानें किस कंपनी की हैं एग्जीक्यूटिव...

क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा सेंटर्स की बढ़ती मांग के दौर में कंपनी ने सॉफ्टवेयर आधारित नेटवर्किंग समाधानों पर खास फोकस किया, जिससे उसका कारोबार और शेयर मूल्य दोनों तेजी से बढ़े।;

Update: 2025-12-29 16:00 GMT

नई दिल्ली। जब भी कॉर्पोरेट जगत में सबसे अधिक कमाई करने वाले भारतीय मूल के सीईओ की बात होती है, तो सबसे पहले गूगल के सुंदर पिचाई या माइक्रोसॉफ्ट के सत्य नडेला का नाम सबसे पहले आ जाता है। लेकिन अब यह तस्वीर बदल चुकी है। जानकारी के मुताबिक, सबसे अधिक कमाई करने वाली भारतीय मूल की एग्जीक्यूटिव का खिताब अब जयश्री उल्लाल के नाम दर्ज हो गया है। हारुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 के मताबिक, Arista Networks की चेयरपर्सन और सीईओ जयश्री उल्लाल ने कमाई के मामले में सुंदर पिचाई और सत्य नडेला दोनों को पीछे छोड़ दिया है और वह भारतीय मूल की दुनिया की सबसे अमीर एग्जीक्यूटिव बन गई हैं।

भारतीय मूल की सीईओ जयश्री उलाल

जानकारी के मुताबिक, टेक्नोलॉजी सेक्टर में भारतीय मूल के शीर्ष एग्जीक्यूटिव्स की सूची में जयश्री उल्लाल अब संपत्ति के मामले में सबसे ऊपर हैं। वह भारतीय मूल की ब्रिटिश नागरिक हैं और पिछले करीब 17 वर्षों से Arista Networks का नेतृत्व कर रही हैं। वर्तमान में वह अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित सांता क्लारा में रहती हैं, जहां Arista Networks का मुख्यालय स्थित है। बता दें कि यह कंपनी क्लाउड नेटवर्किंग, हाई-स्पीड स्विचेज और सॉफ्टवेयर-डिफाइंड नेटवर्किंग समाधान डिजाइन करती है, जिनका उपयोग बड़े डेटा सेंटर्स, क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स और एंटरप्राइज ऑफिस नेटवर्क्स में व्यापक रूप से किया जाता है।

संपत्ति में वृद्धि की वजह

जयश्री उल्लाल की संपत्ति में बढ़ोतरी के पीछे Arista Networks का लगातार मजबूत प्रदर्शन एक बड़ी वजह है। दरअसल क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा सेंटर्स की बढ़ती मांग के दौर में कंपनी ने सॉफ्टवेयर आधारित नेटवर्किंग समाधानों पर खास फोकस किया, जिससे उसका कारोबार और शेयर मूल्य दोनों तेजी से बढ़े। इस वजह से जयश्री उल्लाल की नेटवर्थ में बीते कुछ वर्षों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला।

सैलरी नहीं हिस्सेदारी से बना पैसा

जयश्री उल्लाल की अमीरी की असली कुंजी उनकी सैलरी नहीं, बल्कि Arista Networks में उनकी हिस्सेदारी है। उनके पास कंपनी के करीब 3 फीसदी शेयर हैं, जिनकी वैल्यू स्टॉक रैली के साथ कई गुना बढ़ चुकी है। पिछले पांच सालों में Arista के शेयरों ने 630 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है। यही वजह है कि उनकी नेटवर्थ नडेला और पिचाई जैसे दिग्गज CEOs से कहीं आगे निकल गई। जहां दूसरी ओर Microsoft और Alphabet के CEOs की दौलत बड़े पैकेज और परफॉर्मेंस-लिंक्ड स्टॉक ग्रांट्स पर निर्भर है। वहीं जयश्री उल्लाल की संपत्ति लॉन्ग-टर्म इक्विटी ओनरशिप से बनी है।

Tags:    

Similar News