NCRTC: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर मेंटेनेंस एफिशिएंसी होगी और बेहतर, जानें कैसे

Update: 2025-12-05 16:00 GMT

नई दिल्ली। नमो भारत कॉरिडोर के रखरखाव के लिए एनसीआरटीसी ने एक हाई-स्पीड कैटेनरी मेंटेनेंस व्हीकल (सीएमवी) को नमो भारत फ्लीट में शामिल किया है। इस सीएमवी द्वारा 82 किमी लंबे दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर पर निरीक्षण और मेंटेनेंस का कार्य तेज़ी और अधिक कुशलता से किया जा सकेगा। यह विशेष वाहन यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगा कि नमो भारत ट्रेन के परिचालन को सपोर्ट करने वाला ओवरहेड पावर सप्लाई सिस्टम यात्रियों के लिए लगातार विश्वसनीय, स्थिर और सुरक्षित बना रहे।

नमो भारत डिपो लाया गया

अपनी तरह की पहली इस मेंटेनेंस व्हीकल को 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के लिए डिज़ाइन किया गया है और जिसकी ऑपरेशनल स्पीड 110 किमी प्रति घंटा है। देश में पहली बार, इस सीएमवी को सिग्नलिंग सिस्टम के साथ इंटीग्रेट किया गया है, यानी नमो भारत के ईटीसीएस (ETCS) लेवल 2 हाइब्रिड लेवल 3 सिग्नलिंग से जो कि विश्व में पहली बार इस परियोजना में प्रयोग किया जा रहा है। यह इस वाहन के ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) मोड में परिचालन को संभव बनाता है और पूरे कॉरिडोर में तेज़ और सुरक्षित निरीक्षण और मेंटेनेंस संभव बनाता है। उत्तराखंड में स्वदेशी रूप से निर्मित इस सीएमवी को हाल ही में ट्रेलर पर लादकर सड़क मार्ग से गाज़ियाबाद के दुहाई स्थित नमो भारत डिपो लाया गया, जहां क्रेन द्वारा इसे पटरी पर उतारा गया।

टीम को बहुत कम समय मिलता है

अमूमन शहरी परिवहन सेवाओं का परिचालन दिन में बहुत लंबे समय के लिए किया जाता है। अक्सर सुबह 5.30 बजे से इन सेवाओं का आरंभ हो जाता है और आखिरी ट्रेन रात 11 बजे तक मिलती है। इसके कारण, कॉरिडोर के रखरखाव और सुधार कार्यों के लिए टीम को बहुत कम समय मिलता है। इसके अलावा, नमो भारत चुंकि एक रीजनल रेल है, दूसरी अंत:-शहरी सेवाओं की तुलना में इसका कॉरिडोर भी लंबा यानी 82 किमी का है जिसके स्टेशन 5-10 किमी की दूरी पर स्थित हैं।

नमो भारत ट्रेन सेवा को विश्वसनीय बनाने में करता है मदद

यानी पूरे कॉरिडोर पर जहां भी जरूरत हो, रखरखाव का कार्य तेजी, कुशलता और सटीकता से करना आवश्यक होता है। इस नए सीएमवी की तेज गति से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि मेंटेनेंस टीम कॉरिडोर पर किसी भी जगह आवश्यकतानुसार अधिक तेजी से पहुंच सके। किसी भी ओएचई से जुड़ी समस्या को जल्द से जल्द पता कर उसका त्वरित समाधान करके यह सीएमवी सीधे तौर पर यात्रियों के लिए नमो भारत ट्रेन सेवा को विश्वसनीय बनाने में मदद करता है। इससे ट्रेनें निश्चित समय पर परिचालित होंगी, और यात्रियों के लिए एक सुव्यवस्थित और सुगम यात्रा अनुभव सुनिश्चित होगा, खासकर पीक आवर्स में जब एक बड़ी संख्या में यात्री कॉरिडोर पर यात्रा करते हैं।

हर समय सुरक्षित ऑपरेशन किया जा सकता है सुनिश्चित

यह सीएमवी कॉरिडोर पर प्रयोग किए जा रहे दोनों तरह के ओवरहेड सिस्टम, फ्लेक्सिबल और रिजिड ओवरहेड कैटेनरी सिस्टम, का मेंटनेंस करता है। इसका लिफ्टिंग और स्विवलिंग प्लेटफॉर्म ओवरहेड इक्विपमेंट के रेगुलर इंस्पेक्शन और रिपेयर में मदद करता है जबकि बकेट के साथ अटैच्ड क्रेन टीमों को उन हिस्सों तक सुरक्षित रूप से पहुंचने में मदद करती है, जिन तक पहुंचना मुश्किल होता है, जैसे स्विचिंग पोस्ट। गाड़ी पर लगा एक पैंटोग्राफ ओवरहेड तारों की कंडीशन को मापता है और ऑनबोर्ड कैमरे ऑपरेटर को पैंटोग्राफ मूवमेंट, क्रेन एक्टिविटी और रिवर्स मूवमेंट की रियल-टाइम विज़िबिलिटी देते हैं, जिससे हर समय सुरक्षित ऑपरेशन सुनिश्चित किया जा सकता है।

निरंतर समयबद्ध और भरोसेमंद यात्रा सुनिश्चित करता रहेगा

ऑपरेटिंग क्रू और मेंटेनेंस टीम दोनों के लिए एक सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चचित करने के लिए, गाड़ी में कई इंटरलॉक और सेफ्टी मैकेनिज्म लगे हैं। इस हाई-स्पीड मेंटेनेंस सीएमवी के साथ, एनसीआरटीसी अब सिस्टम को और अधिक विश्वसनीय बनाएगा, सेवा में आने वाली अप्रत्याशित रुकावटों को कम करेगा, और नमो भारत कॉरिडोर पर यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों के लिए निरंतर समयबद्ध और भरोसेमंद यात्रा सुनिश्चित करता रहेगा। यह इस क्षेत्र में एक सुगम, आरामदायक और उत्कृष्ट क्षेत्रीय यात्रा अनुभव प्रदान करने की दिशा में एनसीआरटीसी द्वारा बढ़ाया गया एक और सार्थक कदम है।

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