‘नॉट फाउंड सूटेबल’ अब नया मनुवाद... राहुल गांधी के आरोप- डीयू में आधे से ज्यादा आरक्षित पद खाली

‘एससी/एसटी/ओबीसी के योग्य उम्मीदवारों को जानबूझकर ‘अयोग्य’ ठहराया जा रहा है’- राहुल गांधी;

By :  Divyanshi
Update: 2025-05-27 07:51 GMT

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से व्यवस्थागत भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योग्य उम्मीदवारों को नॉट फाउंड सुटेबल बताकर खारिज किया जा रहा है और यह एक नए तरीके का मनुवाद है।

‘आरक्षित पद खाली रखे गए’

राहुल गांधी ने DUSU छात्रों से बातचीत करते हुए एक्स पर अपना एक वीडियो साझा किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि ‘नॉट फाउंड सूटेबल’ अब नया मनुवाद है। एससी/एसटी/ओबीसी के योग्य उम्मीदवारों को जानबूझकर ‘अयोग्य’ ठहराया जा रहा है, ताकि वे शिक्षा और नेतृत्व से दूर रहें। बाबासाहेब ने कहा था कि शिक्षा बराबरी के लिए सबसे बड़ा हथियार है। लेकिन मोदी सरकार उस हथियार को कुंद करने में जुटी है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में 60% से ज्यादा प्रोफेसर और 30% से ज्यादा एसोसिएट प्रोफेसर के आरक्षित पदों को NFS (नॉट फाउंड सूटेबल) बताकर खाली रखा गया है।

राहुल गांधी ने लगाए ये आरोप

राहुल ने आरोप लगाते हुए आगे लिखा, “यह कोई अपवाद नहीं है। आईआईटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, हर जगह यही साजिश चल रही है। NFS संविधान पर हमला है। NFS सामाजिक न्याय से धोखा है। ये सिर्फ शिक्षा और नौकरी की नहीं - हक, सम्मान और हिस्सेदारी की लड़ाई है। मैंने DUSU के छात्रों से बात की। अब हम सब मिलकर बीजेपी/आरएसएस की हर आरक्षण-विरोधी चाल को संविधान की ताकत से जवाब देंगे।”

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