श्रम कानूनों के खिलाफ विपक्ष ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, सोनिया-प्रियंका समेत कई बड़े नेता हुए शामिल
नई दिल्ली। संसद के चालू शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। पहले दिन एसआईआर पर जमकर बहस हुई। पक्ष और विपक्ष के बीच चली रार और विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही में बार-बार बाधा आई। राज्यसभा में भी विपक्ष के वॉकआउट के बाद जीरो ऑवर और स्पेशल मेंशन की कार्यवाही चली। वहीं आज विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में श्रम कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसमें सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी समेत विपक्ष के कई बड़े नेता शामिल हुए। वायु प्रदूषण के विरोध में विपक्षी सांसद गैस मास्क पहनकर संसद भवन में प्रवेश कर रहे हैं।'
कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करनी चाहिए
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सत्र के तीसरे दिन संसद पहुंचीं। इस दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हमें प्रदूषण जैसी अन्य चीजों पर भी चर्चा करनी चाहिए। हमें कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा करनी चाहिए जो महत्वपूर्ण हैं।
हम चाहते हैं कि संसद सुचारु रूप से चले
कांग्रेस सांसद माणिकम टैगोर ने कहा कि हम चाहते हैं कि संसद सुचारु रूप से चले और चर्चाएं हों। हम एसआईआर (SIR) पर चर्चा चाहते हैं, जो लोकतंत्र पर हमला है, 'वोट चोरी' पर चर्चा चाहते हैं, जहां चुनाव आयोग खुद एजेंट बन गया है। जिन 12 राज्यों में एसआईआर हो रहा है, वहां बीएलओ मर रहे हैं, आत्महत्याएं हो रही हैं। फिर दिल्ली ब्लास्ट, आंतरिक सुरक्षा, दिल्ली प्रदूषण जैसे कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें हम उठाना चाहते हैं।
SIR में मोदी सरकार ने 30 BLOs की हत्या की
वहीं आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने संसद सत्र की तीसरी दिन का कार्यवाही शुरू होने से पहले तल्ख तेवर दिखाए हैं। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि जिनके पुरखों ने देश के साथ गद्दारी की, क्रांतिकारियों के खिलाफ मुखबिरी की। तिरंगे का विरोध किया। 52 साल तक RSS ने तिरंगा झंडा नहीं फहराया। वो सदन में 'वंदेमातरम्' पर चर्चा चाहते हैं। हम तैयार हैं। लेकिन जिस SIR में मोदी सरकार ने 30 BLOs की हत्या की पहले उस पर बात करो।