झारखंड के हजारीबाग में अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार
यह कार्रवाई तब संभव हुई जब जिले के तटीझरिया थाना क्षेत्र के भरजो गांव के निवासी सोनू कुमार ने 30 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।;
झारखंड के हजारीबाग जिले में पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी के गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह पर लोगों को अमेरिका भेजने के झूठे वादे कर उनसे धन उगाहने का आरोप है। इस मामले में गिरोह के मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, एक अधिकारी ने बताया।
यह कार्रवाई तब संभव हुई जब जिले के तटीझरिया थाना क्षेत्र के भरजो गांव के निवासी सोनू कुमार ने 30 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में सोनू कुमार ने उदय कुमार कुशवाहा पर आरोप लगाया कि जो अमेरिका में कारोबार करता है, उसने उसे 2024 में झूठे दस्तावेज़ और नौकरी का झांसा देकर ब्राजील भेजा था।
इसके अलावा, कुशवाहा ने हजारीबाग के दारू थाना क्षेत्र के जरगा गांव के विकाश कुमार और पिंटू कुमार को भी अमेरिका में नौकरी दिलाने का झूठा वादा किया और उन्हें अलग-अलग दिल्ली होते हुए ब्राजील भेज दिया। पुलिस ने बयान में बताया कि ब्राजील पहुंचने पर इन तीनों को मानव तस्करों के हवाले कर दिया गया, जिन्होंने इन्हें डंकी रूट के जरिए अमेरिका ले जाने की कोशिश की। यह रूट बोलीविया, पेरू, इक्वाडोर, कोलम्बिया, पनामा, कोस्टा रिका, होंडुरास और ग्वाटेमाला से होकर गुजरता है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि वे माफिया के कब्जे में थे और कुशवाहा ने सोनू कुमार के पिता को फोन करके उनसे पैसा मांगना शुरू कर दिया। दबाव में आकर सोनू के पिता ने अपनी पैतृक जमीन बेचकर पैसे कुशवाहा के रिश्तेदारों को विभिन्न माध्यमों से दिए।
सोनू कुमार ने आगे कहा कि उसे अमेरिका की सीमा पर पकड़ लिया गया और वहां डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया। चार महीने बाद मार्च 2025 में उसे भारत वापस भेज दिया गया। घर लौटने के बाद कुशवाहा और उसका भाई चौहान प्रसाद ने सोनू को गाली-गलौज की, मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी, जब उसने पैसे लौटाने की मांग की। इसी वजह से सोनू ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया, जिसका नेतृत्व बिष्णुगढ़ के एसडीपीओ बैजनाथ प्रसाद ने किया। टीम ने जांच के दौरान पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने कुशवाहा का मोबाइल फोन भी जब्त किया है, जिसमें उसने सोनू के पिता के साथ व्हाट्सएप चैट की थी, साथ ही उसकी पत्नी के बैंक जमा रसीदें, डंकी रूट से अमेरिका भेजे गए लोगों की सूची और उनसे वसूले गए पैसे का विवरण भी मिला।
पुलिस ने 2013 से 2022 के बीच अमेरिका भेजे गए 12 अन्य लोगों की भी सूची बनाई है। इनमें से आठ लोग 2022 में, दो 2019 में, और एक-एक व्यक्ति 2013 तथा 2018 में भेजे गए थे।
पुलिस ने बताया कि अन्य शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।