आर माधवन ने एनसीईआरटी की इतिहास की किताबों पर उठाया सवाल, कहा-मुगलों पर आठ चैप्टर क्यों?
अंग्रेजों और मुगलों ने मिलाकर 800 साल राज किया। वहीं चोल वंश का शासन 2400 साल का था, वह एक महान विरासत थी;
नई दिल्ली। अभिनेता आर माधवन अक्सर अपनी बात खुलकर रखते हैं। वहीं एक बार फिर एक्टर ने एक मुद्दे पर अपनी बात रखा है। दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने एनसीईआरटी की इतिहास की किताबों पर सवाल उठाया है।
बस एक चैप्टर स्कूल की किताबों में क्यों
बता दें कि अभिनेता जानना चाहते हैं कि मुगलों पर आठ चैप्टर और दक्षिण के चोल वंश पर बस एक चैप्टर स्कूल की किताबों में क्यों है? यह सब किसने तय किया है? हाल ही एक्टर ने एक इंटरव्यू में कहा कि जब मैंने स्कूल में इतिहास की किताब पढ़ी थी तो मुगल वंश पर आठ चैप्टर थे जबकि दक्षिण के चोल वंश पर बस एक चैप्टर था। अंग्रेजों के शासन और आजादी के संघर्ष पर भी चार चैप्टर है। सोचिए, अंग्रेजों और मुगलों ने मिलाकर 800 साल राज किया। वहीं चोल वंश का शासन 2400 साल का था, वह एक महान विरासत थी। रोम, कंबोडिया तक उनका शासन फैला हुआ था। मगर किताबों में एक चैप्टर में ही चोल वंश को सीमित कर दिया है।
इतिहास की किताबों में चोल वंश पर एक चैप्टर
वहीं माधवन ने इस दौरान आगे कहा कि जिस चोल वंश ने जैन, बौद्ध और हिंदू धर्म को चीन तक पहुंचाया। कोरिया में आज भी तमिल भाषा के शब्द बोले जाते हैं, क्योंकि चोल वंश के संबंध वहां तक थे। इसके बावजूद इतिहास की किताबों में चोल वंश पर एक चैप्टर है। ये इतिहास की किताबें, सेलेब्स किसने तैयार किया है? आज लोग तमिल भाषा को नहीं जानते हैं जबकि यह सबसे पुरानी भाषा है।