रैपिड रेल परियोजना : दिल्ली NCR से अलवर और सरिस्का नेशनल पार्क की यात्रा होगी आसान... जल्द ही केंद्र सरकार की लगेगी मुहर!
इस योजना को मंजूरी मिलने के बाद मेट्रो के अलावा दिल्ली से गुरुग्राम जाने के लिए लोगों के पास एक बेहतर विकल्प होगा।;
नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में सार्वजनिक परिवहन सेवा के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने की दिशा में एक पहल की गई है। इसके मद्देनजर दिल्ली-हरियाणा-राजस्थान रैपिड रेल कॉरिडोर को जल्द ही केंद्र सरकार से अंतिम मंजूरी मिलने की उम्मीद की जा रही है।
दिल्ली से गुरुग्राम जाने का होगा बेहतर विकल्प
केंद्रीय ऊर्जा और आवास मंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा कैबिनेट की अगली बैठक में इस योजना को मंजूरी मिलने की जानकारी साझा की गई है। इस योजना को मंजूरी मिलने के बाद मेट्रो के अलावा दिल्ली से गुरुग्राम जाने के लिए लोगों के पास एक बेहतर विकल्प होगा। एनसीआर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के रूप में रैपिड रेल परियोजना के तहत देश की पहली सेवा दिल्ली से मेरठ के बीच साकार हो गई है। इस सेक्शन में दिल्ली में न्यू अशोक नगर से सराय काले खां तक परिचालन शुरू होना अभी बांकी है। एनसीआर में रैपिड रेल परियोजना NCRTC के द्वारा विकसित की जा रही है। इसका मकसद दिल्ली, हरियाणा एवं राजस्थान के बीच यात्रा की समय सीमा को कम करना है।
परियोजना का महत्व
दिल्ली-पानीपत एवं दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के बाद तीसरे चरण में अब दिल्ली-अलवर आरआरटीएस कॉरिडोर, जिसे आज दिल्ली, शाहजहांपुर, नीमराणा, बेहरोर अर्बन एक्सटेंशन के रूप में जाना जाता है। यह परियोजना दिल्ली को हरियाणा के गुरुग्राम, मानेसर, और सोहना के साथ-साथ राजस्थान के प्रमुख औद्योगिक शहरों, जैसे शाहजहांपुर, नीमराणा और बेहरोर से जोड़ देगी।
तीन राज्यों का आवागमन होगा सुगम
इस कॉरिडोर से सिर्फ तीन राज्यों के बीच आवागमन की ही सुविधा नहीं बढ़ेगी, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी इससे नई दिशा मिलेगी। इसका मुख्य उद्देश्य इन शहरों के बीच की यात्रा के समय को कम करके शहरीकरण एवं औद्योगिकरण करना है। इस कॉरिडोर के बन जाने से लोगों को अपने दैनिक जीवन में निजी वाहनों का कम उपयोग करना पड़ेगा, जिससे सड़कों पर भीड़ और प्रदूषण में कमी होगी।