ऑपरेशन सिंदूर पर दोनों सदनों में तनातनी! खरगे ने कहा क्या मैं गद्दार हूं...मैं कहूंगा गद्दार आपलोग हैं। सरकार अपने गिरेबां में झांके

खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री गालियों तक का हिसाब रखते हैं, लेकिन भारत के सम्मान के खिलाफ राष्ट्रपति ट्रंप की बात पर मोदी जी क्यों चुप्पी साधे हुए हैं?;

Update: 2025-07-29 10:48 GMT

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम हमले को लेकर सवाल उठाया कि आखिर आतंकी वहां तक पहुंचे कैसे? क्या यह गृह मंत्री की जिम्मेदारी नहीं है? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के भीतर सभी नंबर 1 और 2 से डरते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी ली, लेकिन क्या यह गृह मंत्री को बचाने की रणनीति थी? जब सुरक्षा व्यवस्था विफल रही तो जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की जा रही? खरगे ने कहा क्या मैं गद्दार हूं...मैं कहूंगा गद्दार आपलोग हैं। सरकार अपने गिरेबां में झांके।

राष्ट्रपति ट्रंप की बात पर पीएम क्यों चुप्पी साधे हुए हैं?

बता दें कि खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री गालियों तक का हिसाब रखते हैं, लेकिन भारत के सम्मान के खिलाफ राष्ट्रपति ट्रंप की बात पर मोदी जी क्यों चुप्पी साधे हुए हैं? एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि पांच जेट गिराए गए तो ये क्या है। प्रधानमंत्री जी बताएं कि हमारे जेट गिरे क्या? ये प्रधानमंत्री को बताना चाहिए? हम कभी तीसरे पक्ष के पास नहीं जाते और यही हमारी नीति है कि तीसरे पक्ष को शामिल करके हम कोई समझौता नहीं करते, लेकिन सरकार इस नीति के खिलाफ भी चली गई।

दूसरों की जान से खेलना ठीक नहीं है

वहीं उन्होंने आगे कहा कि क्या सरकार को पहले से हमले की आशंका थी? हमले से पहले पीएम मोदी का दौरा रद्द किया गया। सरकार कहती है आतंकवाद खत्म किया। आपने सिर्फ झूठ के कारखाने खोले। लोग झूठी बातों पर यकीन नहीं करेंगे। पहलगाम हमले में हमने अपनों को खोया है। सरकार नेहरू को गालियां देती रहती है। अपनी जान बचाने के लिए दूसरों की जान से खेलना ठीक नहीं है। पहलगाम में आतंकी कहां से आए?

हमने पहले भी पाकिस्तान की निंदा की थी

बता दें कि इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त करता हूं। मैं कहना चाहता हूं कि मेहंदी वाले हाथों ने पति की लाश उठाई है, बेबस रोते बच्चों ने पापा की जान गंवाई है।

हमने पहले भी पाकिस्तान की निंदा की थी, हम आज भी उनकी निंदा करते हैं और अगर यह कल भी जारी रहा, तो हम उनकी निंदा करते रहेंगे। लेकिन यहां, हम उनकी निंदा करते हैं और आप उनके भोज में शामिल होते हैं और उन्हें गले लगाते हैं।

परमाणु ब्लैकमेलिंग के कारण हुआ सीजफायर

मल्लिकार्जुन खड़गे ने रक्षा मंत्री का जिक्र करते हुए कहा कि ये झंझट में नहीं पड़ते। इस पर राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि विदेश मंत्री ने दूसरे सदन में यह स्पष्ट किया है कि पीएम और राष्ट्रपति ट्रंप की कोई बातचीत नहीं हुई है। किसी के दबाव में यह सीजफायर नहीं हुआ है। पाकिस्तान के डीजीएमओ आए थे और तब इसे स्थगित किया गया।

हम जानना चाहते हैं कि किन शर्तों पर सीजफायर हुआ

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि किन शर्तों पर सीजफायर हुआ और पाकिस्तान के बैकफुट पर होने के बावजूद आपने इसे क्यों स्वीकार किया? क्या अमेरिका ने इसमें दखल दिया, अगर हां तो आपने ऐसा क्यों करने दिया? अगर ट्रंप ने सीजफायर कराया तो क्या ये हमारी नीति के खिलाफ नहीं है? क्या कारोबार की धमकी दी गई? सरकार इन सवालों के जवाब दे। 

Tags:    

Similar News