कांग्रेस आलाकमान की बढ़ी टेंशन, सीएम फेस सिद्धारमैया और DK में किसे चुनें, जानें पूरा मामला

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से दिल्ली में कर्नाटक के विवाद को सुलझाने की बात कही जा रही है।;

By :  Aryan
Update: 2025-11-28 05:43 GMT

बेंगलुरु। कर्नाटक में सीएम पद को लेकर सत्तारुढ़ कांग्रेस का अंदरुनी विवाद खुलकर सामने आ रहा है। सिद्धारमैया सीएम पद छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वहीं, डिप्टी डीके शिवकुमार के भी तेवर कम नहीं दिख रहे हैं। ढाई-ढाई साल के सीएम वाले फॉर्मूले को लेकर कांग्रेस में लंबे समय से यह विवाद कामुद्दा चल रहा है। लेकिन आलाकमान अब तक इस समस्या का हल नहीं निकाल पाई है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से दिल्ली में कर्नाटक के विवाद को सुलझाने की बात कही जा रही है।

जातीय गुट से पार्टी में बढ़ा तनाव

दूसरी ओर इस बीच प्रदेश में जातीय गुट भी अपने-अपने नेताओं को लेकर अलर्ट हो गए हैं। दरअसल आलम यह है कि एक जातीय गुट ने मौजूदा मुख्यमंत्री को हटाने के खिलाफ चेतावनी दी है, तो दूसरे गुट ने शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाए जाने का समर्थन कर पार्टी में तनाव को बढ़ा दिया है।

डीके के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे

सिद्धारमैया और शिवकुमार गुट जहां एक ओर खुलकर सामने आ गए हैं तो वहीं कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग समुदाय महासंघ ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सिद्धारमैया को सीएम पद से हटाया गया तो यह सही नहीं होगा और पार्टी पर असर पड़ेगा। वहीं कर्नाटक राज्य वोक्कालिगारा संघ ने कहा है कि शिवकुमार के साथ अगर अन्याय हुआ तो बर्दाश्त नहीं करेंगे, विरोध किया जाएगा।

अहिंदा सिद्धारमैया का वोटबैंक है

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को ताकतवर अहिंदा का समर्थन हासिल है। अहिंदा (AHINDA)- अल्पसंख्यक, पिछड़े वर्ग और दलित समुदायों के लिए संक्षिप्त में कन्नड़ नाम है। इसे सिद्धरमैया का वोटबैंक माना जाता है, जबकि कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। वोक्कालिगा भी राज्य में राजनीतिक रूप से पावरफुल है और यह कृषक समुदाय से जुड़ा हुआ है।

वोक्कालिगा संघ की चाहत

वोक्कालिगा संघ कहना है कि शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया जाए। संघ के अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा है कि शिवकुमार ने विधानसभा चुनाव के दौरान कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने पूरे राज्य का दौरा किया, संगठन को मजबूत बनाने का काम किया।

सिद्धारमैया को हटाया तो बर्दाश्त नहीं करेंगे

इसी तरह केएसएफबीसीसी ने सिद्धारमैया का समर्थन कर आलाकमान का तनाव बढ़ा दिया है। केएसएफबीसीसी के अध्यक्ष केएम रामचंद्रप्पा ने कहा कि अहिंदा इस घटनाक्रम से काफी दुखी है। उनके मुताबिक दलित समुदाय किसी के आगे नहीं झुकेगा। अगर धर्मगुरु और वोक्कालिगा संघ आंदोलन करता है तो हम भी अपने नेता को नहीं छोड़ेंगे। अहिंदा समुदाय की 70 फीसदी आबादी ने सिद्धारमैया सरकार का समर्थन कर रही है। अहिंदा समुदाय के किसी नेता को गिराने की कोशिश की गई तो हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे।

गौरतलब है कि वोक्कालिगा से मुख्यमंत्री और पीएम बनने वालों में के हनुमंतैया, केसी रेड्डी, एचडी देवगौड़ा, एसएम कृष्णा, सदानंद गौड़ा और एचडी कुमारस्वामी के नाम प्रमुख हैं।

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