यौन उत्पीड़न के विरोध में आत्मदाह का मामला गरमाया, ओडिशा विधानसभा के बाहर प्रदर्शन, देखें वीडियो

पुलिस ने रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। हालात काबू में लाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।;

Update: 2025-07-16 07:35 GMT

भुवनेश्वर। ओडिशा के बालासोर जिले में बुधवार को बीजद कार्यकर्ताओं ने एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा की आत्मदाह से मौत के बाद विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग दिए। साथ ही वॉटर कैनन चलाकर भीड़ को रोकने का प्रयास किया।

सरकार की निष्क्रियता पर बीजद कार्यकर्ताओं ने व्यक्त किया रोष

बीजद कार्यकर्ताओं ने बालासोर में सड़कों पर टायर जलाए और सरकार की निष्क्रियता पर रोष व्यक्त किया, जिसके कारण लड़की ने यौन उत्पीड़न के विरोध में आत्मदाह कर लिया। बीजद के एक कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज के इस्तीफे की मांग की। अपने कॉलेज के विभागाध्यक्ष द्वारा कथित तौर पर लंबे समय तक यौन उत्पीड़न का सामना करने के बाद 20 वर्षीय छात्रा ने खुद को आग लगा ली। औपचारिक शिकायत दर्ज कराने और प्राचार्य से मदद मांगने के बावजूद, उसकी गुहार अनसुनी कर दी गई। जिसके चलते यह दुखद घटना घटी। यह घटना फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज में हुई।


पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

बता दें कि प्रदर्शन स्थल से सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग को धक्का देकर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं पुलिस उन्हें रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल करती दिख रही है। जिसके बाद हालात काबू में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। लेकिन प्रदर्शनकारियों को काबू कर पाना मुश्किल हो रहा है।

क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग?

बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी पहले ही इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और पीड़िता के परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान कर चुके हैं। लेकिन प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सिर्फ मुआवजे से न्याय नहीं मिलेगा। वे आरोपी की गिरफ्तारी के साथ कॉलेज प्रशासन पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और कॉलेज प्रशासन की भूमिका की भी जांच की जाए।

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