टाइगर अभी जिंदा है...बिहार चुनाव के नतीजों से पहले पटना की सड़कों पर लगे नीतीश कुमार के नाम के पोस्टर, सियासी सरगर्मी तेज

Update: 2025-11-13 07:16 GMT

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले सियासत हलचल हो गई है। हालांकि अब चुनाव का रिजल्ट आने में 24 घंटे से भी कम का वक्त रह गया है। लेकिन नतीजे से पहले सभी दल अलग-अलग अटकलें लगा रहे हैं। इस बीच जेडीयू ने पटना की सड़कों पर एक पोस्टर लगाया है। जिससे बिहार की राजनीतिक गलियारों में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।

टाइगर अभी जिंदा है

बता दें कि नीतीश कुमार की बड़ी तस्वीर और नीचे लिखा है कि टाइगर अभी जिंदा है। यह वाक्य अब महज एक पोस्टर नहीं है, बल्कि बिहार की राजनीतिक नब्ज का बयान कर रही है। यह पोस्टर बिहार सरकार में मंत्री रहे रणजीत सिन्हा ने लगवाया है। नीचे लिखा है कि दलित, महादलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, सवर्ण, अल्पसंख्यक के संरक्षक टाइगर अभी जिंदा है।

नीतीश राजनीति के सबसे मजबूत खिलाड़ी

बता दें कि चुनाव शुरु होते ही बिहार में चर्चा हो रही थी कि नीतीश कुमार की तबीयत खराब है ये पोस्टर ये भी मैसेज दे रहा है कि तबीयत खराब होने पर भी शेर, शेर ही होता है। मतलब साफ है कि एनडीए में भ्रम और विपक्ष के हमलों के बीच, जेडीयू यह दिखाना चाहती है कि नीतीश अब भी राज्य की राजनीति के सबसे मजबूत खिलाड़ी हैं। हालांकि पोस्टर उस समय आया है जब एग्जिट पोल्स ने एनडीए को बढ़त दिखाई गई है।

एग्जिट पोल में नीतीश सरकार की वापसी तय

कई पोल ऑफ पोल्स के अनुसार बिहार की 243 में से करीब 154 सीटें एनडीए के खाते में जा सकती हैं। अगर ये आंकड़े सही निकले तो नीतीश कुमार की सरकार की वापसी तय मानी जाएगी, और इसमें महिला वोटर्स की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है। लेकिन 14 नवंबर को यह साफ हो जाएगा कि बिहार की सत्ता किसके हाथ में जाती है।

बिहार में पहली बार 67% मतदान हुआ

हालांकि पहली बार बिहार में 67% मतदान हुआ है, जिसमें महिलाओं की हिस्सेदारी पुरुषों से 9% ज़्यादा रही। दूसरी ओर, विपक्ष भी पूरी तरह आक्रामक मोड में है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है, काउंटिंग स्लो कराने की साजिश है, लेकिन हम हर बूथ पर नजर रखेंगे। वहीं तेजस्वी भी दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार आएगी। अब बिहार को ही नहीं बल्कि पूरे देश को नतीजों का इंतजार है।

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